पटना से सटे बिहटा के किन्नर भी कोरोना के खिलाफ जंग में कूद पड़े हैं। इन किन्नरों ने इलाके के गरीबों के बीच मदद का हाथ बढ़ा दिया है। शुक्रवार से ही किन्नरों ने कोरोना के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है। अब ये किन्नर लॉक डाउन में मनोरंजन के बजाए बड़ी मदद करने सड़क पर उतर गए हैं। सुबह से लेकर शाम तक किन्नरों ने लोगों की सेवा को ही अपना लक्ष्य बना लिया है।
किन्नरों ने लोगों तक मदद पहुंचाने के लिए अपनाया ये तरीका
पटना से सटे बिहटा के किन्नरों ने 03 अप्रैल की सुबह से अपनी मुहिम की शुरुआत की। किन्नरों ने सबसे पहले अपने घरों में सैंकड़ों गरीबों के लिए खुद खाना बनाया। इसके बाद इनकी टोली बिहटा के अलग-अलग इलाकों में निकली। जहां भी कोई गरीब इन्हें भूखा दिखा उन्हें किन्नरों ने खाना खिलाया। आम तौर पर समाज में इनसे दूरी बना कर रखने वाले लोग भी अब किन्नरों को दुआएं दे रहे हैं।
क्या सोचता है किन्नर समाज
किन्नरों की मुखिया मानसी के मुताबिक हर प्राणी में खुद भगवान बसते हैं। ऐसे में जरूरत मंदो को खाना खिलाना या किसी भी प्रकार की सेवा करना भगवान की सेवा करने से कम नहीं है। मानसी का मानना है कि दुनिया में आए कोरोना जैसे बड़े संकट में हर किसी की जिम्मेदारी बनती है चाहे वो किन्नर समाज ही क्यों न हो। आपको बता दें कि थर्ड जेन्डरों या किन्नरों का एक बड़ा तबका बिहटा बाजार में रहता है।आज तक इनके हुनर को देख रहे लोग अब इनकी दरियादिली के लिए इन्हें सलाम कर रहे हैं।