IMD का अनुमान: अगले तीन दिन भारी बारिश, तूफान और ओले गिरने की संभावना

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार पश्चिमी उत्तर भारत के सभी क्षेत्रों में तीन मई की शाम से अगले तीन दिनों के बीच में बिजली की चमक (Hailstorm) और गरज के साथ भारी बारिश (Heavy Rain), ओले गिरने, बिजली गिरने और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के चलने की संभावना है. आईएमडी ने 3 से 6 मई के बीच उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र दिल्ली के अनुसार हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान के कुछ हिस्सों में, जहां ताज़ा और तीव्र पश्चिमी विक्षोभ के कारण गरज, धूल भरी आंधी और धूल भरी हवाएं चलने की चेतावनी है.

क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र दिल्ली के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया, ‘पश्चिमी विक्षोभ तेज होगा क्योंकि निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा और अरब सागर से नमी पैदा होगी. इससे 3 मई की रात को पश्चिम राजस्थान के ऊपर एक चक्रवाती मौसम विकसित होने की संभावना है. इसके चलते अगले तीन, चार दिनों के लिए पूरे उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बारिश, गरज, तेज हवाएं चल सकती हैं. साथ ही पश्चिमी हिमालय के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी हो सकती है.’

अंडमान के ऊपर बन रहा तूफान

इस बीच इस मौसम का पहला चक्रवाती तूफान अंफन दक्षिण अंडमान समुद्र के ऊपर बन रहा है. शुक्रवार को दक्षिण अंडमान सागर और इससे सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना. आईएमडी ने अपने शुक्रवार के बुलेटिन में कहा कि इसकी तेजी में धीमी और देरी होने की उम्मीद है. बुलेटिन के अनुसार अगले 48 घंटों के दौरान एक ही क्षेत्र में रहने की संभावना है. बाद के 48 घंटों के दौरान तूफान अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिण-पूर्वी खाड़ी बंगाल पर होगा और इसके बाद और तेज हो सकता है.’

तूफान के 5 मई तक उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर धीरे-धीरे बढ़ने की संभावना है. इसके प्रभाव में, दक्षिण अंडमान सागर और बंगाल के दक्षिण-पूर्व की खाड़ी और अगले पांच से अधिक दिन तक अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के ऊपर भारी बारिश और गरज के साथ वर्षा होने की संभावना है.

बुलेटिन के अनुसार, 1 से 5 मई तक दक्षिण अंडमान सागर और बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी के ऊपर समुद्र की स्थिति बहुत खराब हो जाएगी. विभाग ने मछुआरों को 1 मई को दक्षिण अंडमान सागर में बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी में न जाने की सलाह दी है. यह 2 और 3 मई को दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी, और अंडमान सागर और 4 और 5 मई को बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी तक पहुंच सकता है.