सरकारी-निजी बैंकों के कर्मचारी कर सकते हैं दो दिन की हड़ताल

सरकारी और निजी बैंकों के 10 लाख से अधिक कर्मचारी दो दिनों की हड़ताल पर जा सकते हैं. कर्मचारियों की यूनियन ने वेतन वृद्धि की डिमांड पूरी नहीं होने के कारण इसका ऐलान किया है. यह हड़ताल मई के आखिरी सप्‍ताह में हो सकती है. अभी तक केंद्रीय वित्‍त मंत्रालय की तरफ से इस मामले में कोई दखल नहीं दिया गया है, जबकि यूनियन उससे दखल की मांग कर रहा है. इससे बैंकिंग सेवाओं पर काफी बुरा असर हो सकता है और देश को करोड़ों का नुकसान हो सकता है. ऐसे में लोगों से मई के अंतिम सप्‍ताह से पहले अपने बैंकिंग काम कर लेने की सलाह है.

यूनियन ने कहा है कि इंडियन बैंक्‍स एसोसिएशन (आईबीए) अगर उनकी मांग नहीं मानती है तो वे इस महीने के आखिर में दो दिवसीय हड़ताल पर जा सकते हैं. वेतन वृद्धि को लेकर यूनाइटेड फॉरम ऑफ बैंक्‍स यूनियन (यूएफबीयू) और इंडियन बैंक्‍स एसोसिएशन के बीच हुई बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई

गौरतलब है कि देश के कई हिस्‍सों में पिछले दिनों कैश नहीं होने की समस्‍या ने विकराल रूप अख्तियार कर लिया था. अभी भी कई छोटी जगहों, खासकर गांवों से कैश संकट की खबरों आ रही हैं. ऐसे में अगर बैंकों की यह हड़ताल होती है तो यह समस्‍या एक बार फिर विकराल हो सकती है.

बैंक कर्मचारी इसलिए हड़ताल पर जाना चाहते हैं, क्‍योंकि 1 नवंबर, 2017 से ही वेतन वृद्धि लंबित है. आईबीए बैंकों के कुल वेज बिल पर 2 फीसदी वृद्धि का ऑफर दिया था, जिसे बैंक यूनियन ने खारिज कर दिया है.

ऑल इंडिया बैंक इम्‍पलॉइज एसोसिएशन के सेक्रेटरी सी एच वेंकटचलम ने कहा है कि वित्‍त मंत्रालय अगर इस मामले में दखल नहीं देता है तो हम इस महीने के आखिर में दो दिनों की हड़ताल पर जाएंगे