कटघरे में इमरान खान सरकार: पाकिस्तानी मीडिया ने पूछे तीखे सवाल

पाकिस्तानी मीडिया ने देश में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी शिविर को नष्ट करने के लिए भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के ऑपरेशन के बाद अपने ही सरकार के तीखे सवाल पूछे हैं. पाकिस्तानी मीडिया ने इस पूरे मुद्दे को व्यापक कवरेज दी और उनमें से ज्यादातर मीडिया घरानों ने पाकिस्तान के आधिकारिक बयान का समर्थन किया है कि भारतीय लड़ाकू विमान पाकिस्तानी क्षेत्र में 3-4 किलोमीटर तक घुस आए, लेकिन उससे कोई नुकसान नहीं हुआ. हालांकि कुछ पत्रकारों ने बयान जारी करने में देरी पर सवाल भी उठाए.

पाकिस्तान के सरकारी चैनल पीटीवी, जियो, डॉन, एक्सप्रेस, एसएएमएए, एआरवाई समेत सभी टीवी चैनलों ने पूरे दिन प्रसारित किया कि भारतीय विमान ने मंगलवार तड़के नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया. हालांकि, उन्होंने भारत के इस दावे के बारे में ज्यादा बात नहीं की कि बालाकोट घाटी में जैश-ए-मोहम्मद के शिविरों को नष्ट कर दिया गया है.

सभी चैनलों ने नेशनल असेंबली के सत्र की कवरेज को तरजीह दी जहां मुख्य विपक्षी दलों पीएमएलएन और पीपीपी के नेताओं ने “भारत के आक्रमण” के खिलाफ एकजुट होने की बात कही.

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के वरिष्ठ नेता खुर्शीद शाह और पूर्व विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारतीय विमानों ने पाकिस्तान के अंदर 30 किलोमीटर तक प्रवेश किया. उनका यह बयान पाकिस्तानी सरकार के आधिकारिक बयान पर सवालिया निशान लगाता है जिसमें कहा गया है कि विमान ने केवल 3 से 4 किमी क्षेत्र में प्रवेश किया. हालांकि, मीडिया ने 30 किलोमीटर वाले बयान को काट दिया.

सी24 से बात करते हुए वरिष्ठ पत्रकार इफ्तिखार अहमद ने सवाल किया कि अगर भारतीय विमान पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में सिर्फ 3 किलोमीटर तक ही घुस आए थे तो इमरान खान की सरकार ने स्पष्टीकरण देने में 12 घंटे से ज्यादा का समय क्यों लिया.उनकी इस टिप्पणी पर न्यूज चैनल ने उन्हें ऑफ एयर कर दिया.

वरिष्ठ पत्रकार अंसार अब्बासी ने सवाल किया, “हमने भारतीय लड़ाकू विमानों को क्यों नहीं गिराया?” एंकर सैयद तलत हुसैन ने कहा, “यह दुखद था कि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारतीय विमान के हमारे क्षेत्र में आने के छह घंटे बाद विदेश कार्यालय में एक आपातकालीन बैठक बुलाई. एक कछुआ भी इससे तेज दौड़ सकता है.”