थाईलैंड के गुफा में फंसे बच्चों को निकालने में भारतीय कंपनी ने की मदद

थाईलैंड की थैम लुआंग गुफा में बीते 18 दिनों से फंसे 12 बच्चों और उनके कोच को काफी मशक्कत के बाद आखिरकार सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. गुफा में फंसे सभी बच्चे अंडर-16 फुटबॉल टीम के खिलाड़ी हैं. बच्चों को निकालने के लिए तीन दिन तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला. इसे अब तक का सबसे जोखिम भरा रेस्क्यू ऑपरेशन माना जा रहा है, जिसमें भारतीय कंपनी के इंजीनियर्स ने भी खास योगदान दिया.

thailand rescue team

थाईलैंड की गुफा में फंसे बच्चों के रेस्क्यू में महाराष्ट्र के सांगली जिले के किर्लोस्कर ब्रदर्स लिमिटेड कंपनी के डिजाइनिंग इंजीनियर प्रसाद कुलकर्णी और उनकी टीम का अहम योगदान रहा है. इन्होंने गुफा में फंसे बच्चों के रेस्क्यू के लिए टेक्निकल सपोर्ट दिया था. पुणे स्थित कंपनी के हेडक्वार्टर से ये जानकारी दी गई है

5 जुलाई से स्पॉट पर थी केबीएल की टीम

केबीएल ने बयान जारी कर कहा, ‘एक्सपर्ट्स की टीम गुफा के पास 5 जुलाई से ही मौजूद थी. रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान गुफा से कैसे पानी निकाला जाए और पंप से कैसे गुफा को पानी से कम किया जाए, इन सभी चीजों पर टेक्निकल सलाह दी गई. ताकि गोताखोर कम समय में बच्चों तक पहुंच सके.’

23 जून से गुफा में फंसे थे बच्चे

Footballers Thailan

बता दें कि गुफा में फुटबॉल टीम और उनके कोच 23 जून से फंसे हुए थे. उसी वक्त शुरू हुई तेज बारिश के कारण गुफा से बाहर आने के रास्ता बंद हो गया था. इससे सभी लोग गुफा में फंस गए थे. बच्चों के रेस्क्यू ऑपरेशन में कई देशों की टीम ने मदद की. थाईलैंड सरकार ने भारत सरकार से किर्लोस्कर पंप भिजवाने की मांग की थी, ताकि गुफा में भरे पानी को बाहर निकाला सके.

तीन दिन तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन

बच्चों के रेस्क्यू के लिए तीन दिन तक ऑपरेशन चला. पहले दिन 4 बच्चे निकाले गए. दूसरे दिन 4 और बच्चों को बचाया गया. मंगलवार को रेस्क्यू ऑपरेशन के आखिरी दिन बाकी बच्चों और उनके कोच को भी बाहर निकाल लिया गया. सभी बच्चे और कोच को फिलहाल डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है.