सीएम अरविंद केजरीवाल : दिल्ली के अधिकारियों को देंगे सुरक्षा काम पर लौटें

पिछले छह दिनों से एलजी अनिल बैजल से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राजनिवास में धरने पर बैठे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को आईएएस अधिकारियों को उपलब्ध संसाधनों के बीच सुरक्षा मुहैया कराने का भरोसा दिया। बता दें कि केजरीवाल और उनकी कैबिनेट के 3 मंत्रियों ने आईएएस अधिकारियों के अघोषित हड़ताल पर चले जाने का आरोप लगाते हुए राजनिवास में धरना शुरू किया था। जिसके बाद रविवार को दिल्ली आईएएस ऑफिसर्स असोसिएशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि अधिकारी हड़ताल पर नहीं हैं, बल्कि हड़ताल के दिन भी काम कर रहे हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि चीफ सेक्रटरी पर हमले के बाद से अधिकारियों को अपनी सुरक्षा का डर सता रहा है।

आईएएस अफसरों के प्रेस कॉन्फ्रेंस

इधर, केजरीवाल ने आईएएस अफसरों के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद एक ट्वीट किया, ‘मुझे बताया गया है कि आईएएस ऑफिसर्स असोसिएशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। मैं उन्हें भरोसा दिलाता हूं कि मैं अपनी क्षमता और मौजूदा संसाधन के तहत उन्हें सुरक्षा सुनिश्चित करूंगा। यह मेरी जिम्मेदारी है। मैंने इससे पहले भी कई अधिकारियों को यह भरोसा दिलाया है जो निजी रूप से मुझसे मिलने आए थे। मैं आज इसे फिर दोहरा रहा हूं।’

सीएम केजरीवाल ने अधिकारियों से एक बार फिर ‘हड़ताल’ खत्म करने की अपील करते हुए कहा, ‘ये अधिकारी मेरे परिवार का हिस्सा हैं। मैं उनसे अपील करना चाहूंगा कि वे चुनी हुई सरकार का बहिष्कार करना बंद करें और काम पर लौंटे और मंत्रियों की बैठकों में हिस्सा लें, मेरे फोन और मेसेज का जवाब दें और फील्ड इंस्पेक्शन में उनका साथ दें।

बिना किसी डर और दबाव के काम करे आईएएस अधिकारी

केजरीवाल ने साथ ही उनसे बिना किसी डर और दबाव के काम करने की अपील की। केजरीवाल ने कहा, ‘उन्हें किसी भी स्रोत से किसी भी तरह के दबाव में नहीं आना चाहिए , चाहे वह राज्य सरकार हो या केंद्र या फिर कोई राजनीतिक पार्टी।’

5 मिनट का मौन रखा आईएएस अधिकारियों ने

उल्लेखनीय है कि आईएएस अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चीफ सेक्रटरी पर हमले के बाद से डर का माहौल है। अफसरों ने कहा, ‘चीफ सेक्रटरी के साथ 19-20 फरवरी की दरम्यानी रात जो कुछ हुआ, उसके बाद से हम डरे हुए हैं…चीफ सेक्रटरी रात 12 बजे मीटिंग अटेंड करने गए थे…क्या वह कोऑपरेट नहीं कर रहे थे…ऐसा किसी भी अधिकारी के साथ हो सकता है…हम लंच ब्रेक के बाद 5 मिनट का मौन रखकर उस घटना का विरोध और चीफ सेक्रटरी के प्रति अपना समर्थन जताते हैं…ताकि हमें वह डरावना वाकया याद रहे…और इस विरोध को हम जारी रखेंगे।’

उधर, केजरीवाल ने एकबार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वे आईएएस अधिकारियों की ‘हड़ताल’ खत्म करवा दें। उन्होंने नीति आयोग की बैठक को लेकर पीएम मोदी द्वारा किए गए ट्वीट पर रीट्वीट करते हुए कहा, ‘सर, पूरी दिल्ली ही नहीं, पूरा देश अब तो आपसे गुहार कर रहा है-इन IAS अफसरों की हड़ताल खत्म करवा दीजिए और लोगों द्वारा चुनी हुई सरकार को प्लीज काम करने दीजिए। जनता बहुत आहत और अपमानित महसूस कर रही है।’

शिवसेना ने भी समर्थन  किया केजरीवाल का

केजरीवाल के इस धरने पर बीजेपी विरोधी पार्टियों के अलावा महाराष्ट्र में सरकार की सहयोगी शिवसेना ने भी समर्थन जताया है। वहीं, चार राज्यों-कर्नाटक, केरल, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने नीति आयोग की बैठक से इतर पीएम के समक्ष यह मुद्दा उठाया और दिल्ली में जारी गतिरोध को खत्म करने की अपील की।