MP में 2400 हेल्थ वर्कस की भर्ती, जानें कोरोना के खिलाफ शिवराज सरकार का प्लान

इंदौर(hdnlive) मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में फैली कोरोना महामारी से लड़ने के लिए जल्द ही स्वास्थ्यकर्मियों और डॉक्टरों की भर्ती करने का फैसला किया. इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा है कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है. आगामी एक महीने में तकरीबन 2400 स्वास्थ्यकर्मियों की भर्ती की जाएगी. इसमें 800 डॉक्टर, 800 नर्स और 800 टेक्नीशियन की भर्ती होगी.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस एक लंबे समय तक चलने वाली बीमारी है. प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करते हुए 5000 ऑक्सीजन बेड बढ़ाए जाएंगे, 1 हजार ICU बेड बढ़ाने भी तैयार करने है. कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए अलग से 500 बेड्स बच्चों के लिए बढ़ाए जा रहे हैं. राज्य में 100 से ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने के लिए तैयारियां की जा रही हैं.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आगे कहा कि हमें कई सारे काम करने हैं. आज ऐसी स्थिति नहीं है कि हम ये भी कह सकते कि हमने संक्रमण पर काबू पा लिया है. स्थिति में सुधार हुआ है फिर भी अभी कोरोना कर्फ्यू में ढील नहीं दे सकते. जिला क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप को इसका फैसला लेना है नहीं तो सारे किये धरे पर पानी फिर जाएगा.

जहां संक्रमण की दर बहुत नीचे है वहां कर्फ्यू हटाया जा सकता है लेकिन बहुत सोच समझकर वैज्ञानिकों से बात करके फैसला लेना होगा. हमें वायरस के रहते हुए ज़िंदगी को जीने की आदत डालना होगी. पूरे एहतियात के साथ हमें घरों से निकलना होगा. क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप लोग जनता को जागरुक करें. जनता से अपील है कि हमें कोरोना संक्रमण को काबू में रखते हुए काम करना होगा. शादी-ब्याह, बड़े समारोह, मेले आदि प्रतिबंधित रहेंगे.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आगे कहा कि कोविड मरीज़ों का इलाज कराएं. कोविड केयर सेंटर में सारी व्यवस्था हैं, वहां इलाज कराएं. ग्रामीण इलाकों को प्राथमिकता देना होगी. गांवों के क्राइसेस मैनेटमेंट ग्रुप को देखना है कि ज़रूरतमंद लोगों को राशन मिल जाए लेकिन भीड़ न लगाएं. कलेक्टर, प्रभारी मंत्री राशन वितरण व्यवस्था कोरोना गाइड लाइन के मुताबिक करें.

अगर गांव में संक्रमण है तो उस घर को प्यार से समझा बुझा कर अलग करना है. ऐसे इलाकों में मनरेगा की मजदूरी कुछ दिन के लिए रोक दें. जिन गांवों में सब ठीक है वहां जारी रखें. तेंदूपत्ते की तुड़ाई, किसानों से फसल खरीदने का काम चल रहा है. सारी व्यवस्था ऐसी हो कि कोरोना गाइड लाइन का पालन हो. भीड़ कहीं भी इकट्ठी न हो ताकि कोरोना न फैले.