AAP से ‘अलग’ हुए आशीष खेतान

आम आदमी पार्टी से आशुतोष के इस्तीफे के करीब एक हफ्ते बाद लगभग उनके साथ ही पार्टी में शामिल होने वाले पूर्व पत्रकार आशीष खेतान ने भी सक्रिय राजनीति से नाता तोड़ लिया है। आशीष खेतान ने एक ट्वीट कर कहा है कि फिलहाल उनका ध्यान अपनी लीगल प्रैक्टिस पर है। आशीष खेतान ने अपने पार्टी छोड़ने की एक खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए यह ट्वीट किया।

उन्होंने लिखा, ‘फिलहाल मैं पूरी तरह से लीगल प्रैक्टिस पर फोकस कर रहा हूं और सक्रिय राजनीति में शामिल नहीं हूं। बाकी सब कयास हैं।’

आशीष खेतान दिल्ली डायलॉग कमीशन के उपाध्यक्ष रह चुके हैं और अप्रैल 2018 में इस पद से इस्तीफा देते हुए भी उन्होंने कानून की प्रैक्टिस को ही मुख्य वजह बताया था।

कुछ ऐसी खबरें हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए आशीष को उनकी मनचाही सीट से टिकट नहीं मिल रहा है इसलिए वह पार्टी से खुद को अलग कर रहे हैं। खबरों की मानें तो वह करीब एक सप्ताह पहले ही पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं लेकिन दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल उन्हें मनाने में जुटे हैं। बता दें कि बीते चुनाव में आशीष खेतान को नई दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी मीनाक्षी लेखी ने हराया था।

खोजी पत्रकार के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाले आशीष खेतान ने साल 2014 में आम आदमी पार्टी जॉइन की थी। उन्हें दिल्ली डायलॉग और डिवेलपमेंट कमीशन का वाइस चेयरमैन बनाया गया था।

आशुतोष की तरह खेतान भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीबी नेताओं में से एक थे। पार्टी के टॉप नेताओं में उनकी गिनती होती थी। पिछले हफ्ते आशुतोष ने भी निजी कारणों से पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। आशुतोष के इस्तीफे को मुख्यमंत्री ने स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। आशुतोष ने भी 2014 में दिल्ली की चांदनी चौक लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और हार गए थे।