बच्चों के सामने मर्यादित रोमांस के फायदे

अक्सर देखने में आता है कि बच्चों के बड़े होते ही पति-पत्नी का एक-दूसरे के प्रति प्यार कम होता जाता है, जिसका परिणाम उन्हें पता नहीं होता है और जब पता चलाता है तक तब वह एक दूसरे से काफी दूर हो चुके होते हैं।

बच्चों के सामान पति-पत्नी एक दूसरे के प्रति आपसी प्यार जताने में इतना हिचकिचाते हैं कि उन्हें एहसास ही नहीं रहता कि वे धीरे-धीरे एक-दूसरे से कितना दूर होने लगता हैं। हर समय पति पापा और पत्नी मां का मुखौटा पहने ही दिखाई देना चाहती है। आखिर पति-पत्नी का आपसी प्रेम बच्चों के जन्म के बाद प्रेमियों का रूप छोडकर सिर्फ माता-पिता का रूप क्यों धारण कर लेता है।

रोमांस में हिचकिचाहट क्यों! बच्चे को महिला पुरूष के संबंधों के बारे में पता न चल जाए, फिर भले ही उेस बाहर से ही अधकचरा ज्ञान क्यों न मिले। वह पति-पत्नी की भूमिका छोड सिर्फ माता-पिता का रोल प्ले करने में लग जाते हैं। उनको लगता है कि अब उम्र नहीं हे रोमांस करने की।

कैसे करें बच्चों को सामने रोमांस किसी खुशी की बात पर बच्चों के साथ-साथ पत्नी को भी गले लगाए। सुबह ऑफिस जाते हुए पति जब बच्चों को प्यार करे तो पत्नी को भी माथे पर हल्का सा किस कर के जाए।

अगर कभी-कभी आप पति को प्यार करेंगी या उन्हें समय देंगी तो बच्चा जलन महसूस कर चिढेगा कि आज पापा को ज्यादा एहमियत क्यों दी जा रही है। मम्मी उसके साथ क्यों नहीं खेल रही और समय बिता रही, लेकिन अगर यह चीज आपके डेली रूटीन में होगी तो बच्चा ईष्र्या महसूस नहीं करेगा।