स्वामीनाथ शुक्ल | hdnlive
अमेठी। अमेठी में विकास के नाम पर सरकारी धन हड़पने के खिलाफ भाजपा नेता भूपेंद्र मिश्र(BJP leader Bhupendra Mishra) स्मृति ईरानी को खूनी चिट्ठी लिखी है। इनकी खूनी चिट्ठी में लिखा गया है कि सपा के पूर्व खंड प्रमुख घनश्याम चौरसिया विकास के नाम पर करोड़ों रुपए हड़प चुके है। लेकिन इनके भ्रष्टाचार के खिलाफ अफसर सुनते नहीं है।चौरसिया कहते हैं कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का घर बनवा रखा है।(Bloody letter to Smriti Irani) जिससे कुछ होने वाला नहीं है। इस घपले में खंड विकास अधिकारी भी भ्रष्टाचार के पचड़े में फंसे हैं। जिससे सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं। सरकार से आने वाली विभिन्न विकास योजनाओं के नाम पर सरकारी धन हड़पने की खबर है। इसी मामले को लेकर पहले भी सामूहिक रूप से क्षेत्र पंचायत सदस्य घनश्याम चौरसिया और बीडीओ के खिलाफ धरने पर बैठ चुके हैं। लेकिन पंगा थमा नहीं है।
क्षेत्र पंचायत सदस्य भूपेंद्र मिश्र ने बताया कि क्षेत्र पंचायत के खाते से 3 करोड़ 45 लाख रुपए के फर्जी तरीके से भुगतान हो चुके है। इसके साथ मोचवा में 60 मीटर इंटर लाकिंग सड़क का बिना निर्माण के फर्जी तरीके से भुगतान हुआ है। जबकि जमीन पर खड़ंजा लगा नहीं है। 5 लाख 93 हज़ार रुपए वाटर कूलर के नाम पर हड़पे गए है। लेकिन वाटर कूलर लगे नहीं है। 600 पीस स्ट्रीट लाइट के नाम पर भारी भरकम रकम निकाली गई है। लेकिन स्ट्रीट लाइट केवल सौ पीस लगी है। मिश्र ने बताया कि 3 लाख 46 हजार रुपए ब्लाक की मरम्मत के नाम पर निकाले गए हैं। लेकिन पांच हजार रुपए में केवल चूने से पुताई कराई गई है। इंडिया मार्का टू हैंडपंप रिवोर के नाम पर बड़े पैमाने पर सरकारी धन हड़पे गए हैं। लेकिन कही पर नल की मरम्मत नहीं हुई है।इसी तरीके से विभिन्न विकास योजनाओं के नाम पर सरकारी धन हड़पे गए हैं।
उन्होंने बताया कि 3 करोड़ 45 लाख रुपए के सरकारी भुगतान में 2 करोड़ 84 लाख रुपए का भुगतान एक ही फर्म कृष्णा मेसर्स के नाम हुआ है।क्षेत्र पंचायत सदस्य ने बताया कि दो साल में 6 बैठक होनी चाहिए थी। लेकिन केवल दो बैठक हुई है। जिससे बीडीओ क्षेत्र पंचायत सदस्यों के मानदेय तक को निकाल कर खा चुके हैं। इसमें अधिसंख्य बीडीसी सदस्य भाजपा के पदाधिकारी है। लेकिन भ्रष्टाचार के आगे भाजपा नेताओं को भी धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है। भूपेंद्र मिश्र ने बताया कि 28 अप्रैल को जनसूचना अधिकार के तहत सूचना मांगी थी। लेकिन दो महीने से ज्यादा गुजर गए हैं। फिर भी जनसूचना नहीं मिली है। जबकि 30 दिन के अंदर सूचना देने का नियम बना है।
अधिवक्ता एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य गिरीश तिवारी ने बताया कि अमेठी के खंड विकास अधिकारी के कार्यकाल में सरकारी धन हड़पने का अभियान चल रहा है। भ्रष्टाचार के मामले में इसकी शिकायत केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से पहले भी कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि घनश्याम चौरसिया पहले भी 2006 में मनरेगा की पहली योजना समदा ताल परियोजना का पूरा धन हडप चुके हैं। इस परियोजना में मनरेगा से एक साथ चालीस आदर्श तालाबों की खुदाई और पक्का निर्माण होना था। लेकिन फावड़े तक उठे नहीं थे। समदा ताल परियोजना की जांच सत्रह साल से विचाराधीन है।