जानिए कैसे पाकिस्तानी आतंकी संगठन भारत में हमले को बना रहे हैं ड्रोन

(hdnlive) भारत-पाकिस्तान सीमा पर हाल के सालों में ड्रोन गतिविधियों में इजाफा हुआ है। इनमें से अधिकतर ड्रोन्स का इस्तेमाल पाकिस्तानी आतंकी तंजीमों जैसे लश्कर-ए-तैयबा (LET) और जैश-ए-मोहम्मद (JEM) की ओर से किया जा रहा है। रविवार को दो ड्रोन्स के जरिए जम्मू के एयरफोर्स स्टेशन पर हमला किया गया। शुरुआती जांच में इसका कनेक्शन LET से जुड़ा है। ऐसा ही एक ड्रोन पिछले साल जून में जम्मू के हीरानगर सेक्टर में सुरक्षाबलों ने मार गिराया था।

जिस ड्रोन को सीमा सुरक्षाबल (BSF) के जवानों ने निशाना बनाया वह एक खुले मैदान में जाकर गिरा। इसकी फॉरेंसिक पड़ताल दिल्ली आधारित ड्रोन फेडरेशन ऑफ इंडिया (DFI) की ओर से की गई। जांच में कहा गया कि यह एक स्थानीय स्तर पर असेंबल किया गया हेक्साकॉप्टर था। इसमें जिन पुर्जों का इस्तेमाल किया गया था वह आसानी से दुकानों में मिल जाते हैं।

24 किलो के ड्रोन का कंट्रोलर क्यूबब्लैक था, जिसका उत्पादन हॉन्ग-कॉन्ग में होता है। यह भी कहा गया था कि ड्रोन में कोई पूर्व निर्धारित मिशन सेट नहीं किया गया था, बल्कि ग्राउंड कंट्रोल सिस्टम के जरिए इसे मैनुअली कंट्रोल किया गया था। बताया गया था कि ड्रोन ऑपरेटर ने डेटा निकालने के सभी मोड्स को डिसेबल कर दिया था।

DFI ने आगे कहा कि साइट ऑपरेशन से यह लगभग 10 किलोमीटर दूर से उड़ा था। यह करीब 35 मिनट तक हवा में रहा और यह अधिकतम 30 किलोमीटर की यात्रा में सक्षम था। DFI के विशेषज्ञों को इसमें कोई बाहरी हैकिंग या कस्टम फर्मवेयर नहीं मिला। पुर्जों पर लगाए गए लेबल के आधार पर पाया गया कि ड्रोन का निर्माण बैचेज में हो रहा है।

बड़े सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तानी आतंकी समूहों की ओर से कम से कम 14 ड्रोन उड़ानें की जा चुकी हैं। रविवार देर रात भी एक सैन्य ठिकाने को ड्रोन से निशाना बनाने की कोशिश की गई, जिसे सुरक्षाकर्मियों ने नाकाम कर दिया। रतनूचक-कालुचक स्टेशन पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने दो UAV पर फायरिंग की जो भाग गए।

पहला ड्रोन रात करीब 11:45 बजे दिखा तो दूसरा करीब 2:40 पर। तलाशी अभियान चलाया जा रहा है और सैन्य ठिकाने की घेराबंदी कर दी गई है। कालुचक स्थित सैन्य ठिकाना 2002 के आतंकी हमले के बाद से ही हाई अलर्ट पर है। उस हमले में 10 बच्चे सहित 31 लोग मारे गए थे। 13 सैनिकों, सैनिकों के 20 परिजनों और 15 नागरिकों सहित 48 लोग घायल हुए थे।