मोदी कैबिनेट अबतक की सबसे युवा कैबिनेट होगी,ओबीसी वर्ग से कुल 24 मंत्री

(hdnlive) नरेंद्र मोदी मंत्रिपरिषद का बुधवार शाम को विस्तार होने जा रहा है। पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल का यह पहला मंत्रिपरिषद विस्तार होगा। सरकार से जुड़े शीर्ष सूत्रों के हवाले से hdnlive ने बताया है कि मंत्रिपरिषद विस्तार के बाद यह देश की अबतक की सबसे युवा कैबिनेट होगी यानी इस कैबिनेट में मंत्रियों की औसत उम्र अबतक के सभी कैबिनेट से कम होगी। ओबीसी समुदाय से कई मंत्रियों को जगह मिल सकती है।

प्रशासनिक अनुभव वालों को भी जगह

न सिर्फ युवाओं को जगह मिलेगी बल्कि महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी बढ़ेगा। इसके अलावा कुछ ऐसे लोगों को भी जगह मिलने जा रही है जिनके पास प्रशासनिक अनुभव है, जो नौकरशाह रह चुके हैं।

ओबीसी वर्ग से कुल 24 मंत्री होंगे

एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि पिछड़े वर्ग से ताल्लुक रखने वाले कुल मिलाकर 24 मंत्रियों को जगह मिलेगी। इसके पीछे योजना छोटे समुदायों को प्रतिनिधित्व देने की है।

चुनावी राज्यों पर होगा खास फोकस

मंत्रियों की औसत शिक्षा भी ज्यादा होगी। नए मंत्रियों में पीएचडी, एमबीए, पोस्ट-ग्रेजुएट और पेशेवर शामिल होंगे। कैबिनेट विस्तार में उन 5 राज्यों का विशेष ख्याल रखा जाएगा जहां अगले साल विधानसभा चुनाव हैं। सिर्फ राज्य ही नहीं, क्षेत्र का भी खास ख्याल रखा जाएगा।

गहलोत वाली राज्यसभा सीट से किसी नए मंत्री को भेजा जाएगा उच्च सदन

केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत को मंगलवार को कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया। गहलोत का राज्यसभा में कार्यकाल अप्रैल 2024 तक था। इस लिहाज से मंत्रिपरिषद विस्तार में किसी ऐसे शख्स को भी शामिल किया जा सकता है जो न राज्यसभा का सदस्य हो और न ही लोकसभा का। उसे बाद में गहलोत के बाकी बचे कार्यकाल के लिए राज्यसभा लाया जा सकता है।

दिनेश त्रिवेदी किसी सदन के सदस्य नहीं

दिनेश त्रिवेदी और जितिन प्रसाद इसके लिए फिट बैठ रहे हैं क्योंकि दोनों न तो राज्यसभा के सदस्य हैं और न ही लोकसभा के। टीएमसी से बीजेपी में आए त्रिवेदी ने तो सदन की कार्यवाही के दौरान ही राज्यसभा से इस्तीफे का ऐलान किया था।

मोदी मंत्रिपरिषद में अभी 28 और मंत्री बनाए जा सकते हैं

मोदी मंत्रिपरिषद में अभी 53 मंत्री शामिल हैं जबकि उसमें अधिकतम 81 मंत्री रह सकते हैं। इस लिहाज से पीएम मोदी अभी 28 और मंत्री बना सकते हैं।