वाटरप्रुफ टेंटों में चलेगा आंदोलन, बारिश से कम नहीं हुआ किसानों का जोश

नई दिल्ली (hdnlive)। दिल्ली में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश से आंदोलन पर बैठे किसानों का जोश बिलकुल भी कम नहीं हुआ है। बल्कि आंदोलन को तेज करने के साथ ही बारिश और सर्दी से बचने के लिए किसानों ने टिकरी बॉर्डर पवर वाटर प्रुफ टेंट लगावा लिए है। रविवार को बड़ी संख्या में वाटर प्रुफ टेंट टिकरी बॉर्डर पहुंचे और देर रात तक उन्हें लगाने का काम चलता रहा। अब यहां नया मंच, सोने के लिए नए डेरे और सर्दी से बचने के लिए विशेष टेंट लगा दिए गए हैं। इससे पहले शनिवार को हुई बारिश के बाद यहां रात को सोने के लिए जगह की कमी पड़ गई थी क्योंकि बारिश के चलते मंच और बड़ी संख्या में सोने के लिए लगाए गए डेरे गिले हो गए थे। जिससे किसानों को सर्द रात सड़कों पर बीतानी पड़ी थी।

टिकरी बॉर्डर पर व्यवस्था देख रहे किसान गुरविंन्द्र सिंह ने बताया कि बारिश के बाद सर्दी बढ़ गई है। शनिवार को हुई बारिश ने मंच खराब कर दिया था। ऐसे में शनिवार को ही मंच और किसान भाईयों के सोने के लिए करीब 200 टेंट का आर्डर दिया गया था। यह टेंट रविवार दोपहर टिकरी बॉर्डर पहुंच गए थे। ऐसे में दोपहर से ही उन्हें लगाने का काम शुरू कर दिया गया था। देर रात तक यह काम चलता रहा और किसान भाईयों के लिए रात को सोने की व्यवस्था कर दी गई। इसके सज्ञथ मंच भी अब वाटर प्रुफ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार और बारिश किसानों को रोक नहीं सकती, काले कानूनों के वापस होने के बाद ही वह अपने घरों को जाएंगे।

रविवार को टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन में बैठे दो लोगों की मौत हो गई। सुबह 18 वर्षीय जशनप्रीत की अचानक तबीयत खराब हो गई। उसे तुंरत बहादुरगढ़ के जिला अस्पताल भेजा गया। जहां उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों के अनुसार जशनप्रीत को हार्ट अटैक आया था। जशनप्रीत बठिंडा पंजाब का रहने वाला था और करीब 22 दिनों से टिकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन में मौजूद था। किसान अभी जशनप्रीत की मौत से उभरे नहीं थे कि हफ्ते भर से पिलर नंबर 764 पर डटे 60 वर्षीय जगबीर सिंह की तबीयत बिगड़ने लगी। उन्हें तुंरत अस्पताल रवाना कर दिया गया। लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

चौधरी जोगिंदर नैन ने बताया कि सुबह लोगों ने चाय पीने के लिए बुलाया तो उन्होंने बताया कि बेचैनी हो रही है। हालत ज्यादा खराब होने लगी, तो लोग बहादुरगढ़ अस्पताल लेकर भागे, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि जगबीर सिंह के परिवार में दो बच्चे एक लड़का उम्र 32 वर्ष, एक लड़की उम्र 28 वर्ष शामिल है। चौधरी जोगिंदर नैन ने बताया कि यह मौत ठंड की वजह से हुई है।