भारत के खिलाफ पाकिस्तान की बड़ी साजिश का खुलासा

दुनिया की आंखों में धूल झोंकने के लिए एक तरफ जहां पाकिस्तान (Pakistan), भारत के साथ शांति वार्ता का दिखावा कर रहा है वहीं वो भारत के खिलाफ बड़ी साजिश रचने में लगा हुआ है. ज़ी मीडिया के पास मौजूद Exclusive दस्तावेजों के मुताबिक पाकिस्तान ने पिछले महीने पांच फरवरी के दिन Kashmir Solidarity Day के नाम पर भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने के लिए दुनिया भर में एक बड़ी मुहिम चलाई थी. जिसके तहत उन देशों में मौजूद पाकिस्तानी दूतावास के जरिये भारत के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन कराने की योजना तैयार की गई थी.

5 फरवरी की नापाक साजिश

इस्लामाबाद में पाकिस्तान की आईएसआई ने अपने सभी दूतावासों को फैक्स और ईमेल के जरिये ये बताया था कि किस तरीके से कश्मीर में तैनात भारतीय सुरक्षा बलों के खिलाफ झूठे मानव अधिकार हनन के मामलों को सामने लाना है. पाकिस्तान ने इस साजिश को अंजाम देने के लिए लाखों डॉलर की रकम भी खर्च की थी. ज़ी मीडिया के पास मौजूद दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान ने इस साल 26 जनवरी से 28 जनवरी के बीच अपने सभी दूतावासों को ईमेल और फैक्स के जरिये ये जानकारी दी थी कि पांच फरवरी के दिन भारत को बदनाम करने के लिए किस तरह से मुहिम को अंजाम देना है. इस प्लानिंग के तहत अमेरिका, यूके, जापान, कोरिया, कनाडा, जर्मनी, अफ्रीकन देशों में मौजूद पाकिस्तानी दूतावास से ये कहा गया था कि वो इन देशों में पाकिस्तानी मूल के लोगों की मदद से भारतीय दूतावासों के सामने विरोध प्रदर्शन करे.

मीडिया कवरेज का खास इंतजाम

साथ ही यह भी प्लान था कि सभी देशों में कश्मीर पर वेबिनार और इवेंट कराये जाएं जिसमें भारतीय सुरक्षा बलों के खिलाफ फर्जी मानव अधिकार हनन के मामलों को हाईलाइट किया जाये. सभी धरना प्रदर्शनों को उन देशों की मीडिया में बेहतर कवरेज मिले इसके लिए भी प्लानिंग बनाने के लिए कहा गया था. इन धरना प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए इस्लामाबाद से सभी पाक दूतावासों को फंड भी भेजे गये थे.

अमेरिका में भारत के खिलाफ पाकिस्तानी साजिश

एक फरवरी को ऐसा ही एक फैक्स पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के न्यूयॉर्क में स्थित अपने कॉन्सुलेट जनरल ऑफिस (Consulate General Office) को भेजा था जिसमें Kashmir Solidarity Day को सफल बनाने के लिए पाकिस्तानी, अमेरिकी कम्युनिटी की मदद से कैंडल विजिल (Candle Vigil Protest) कराने के लिए कहा गया था साथ ही न्यूयॉर्क की सभी टैक्सी और ट्रक्स पर भारत के खिलाफ एडवरटिजमेंट कैंपेन (Advertisement Campaign) के साथ-साथ Kashmir Solidarity Day पर वेबिनार कराने के लिए कहा गया था.

भारत के खिलाफ पाकिस्तान की चीन में साजिश

Kashmir Solidarity Day के नाम पर चीन में भारत को बदनाम करने के लिए भी पाकिस्तान ने कोई कसर नहीं छोड़ी. इस्लामाबाद से एक फरवरी को चीन के चेंगदू में स्थित अपने Pakistani departments ऑफिस को भेजे गये एक फैक्स में ये कहा गया था कि भारत को बदनाम करने के लिए Weibo के साथ चीनी सोशल मीडिया App का सहारा लिया जाये. साथ ही departments ऑफिस में कश्मीर पर इवेंट कराया जाये जिसमें कम से कम 100 लोगों को आमंत्रित किया जाये. इस्लामाबाद ने इसके लिए 80,400 रुपये का बजट भी जारी किया था.

भारत के खिलाफ रूस में साजिश

पाकिस्तान ने ताजिक और रूसी भाषा में भी भारत के खिलाफ मुहिम छेड़ने की तैयारी की थी. जिसके तहत रूस के शहरों में कुछ महत्वपूर्ण ठिकानों पर सड़कों के किनारे बड़े बैनर और पोस्टर लगाने को कहा गया था.

यूनाइटेड नेशन (United Nation) में पाकिस्तान की साजिश

पाकिस्तान की आईएसआई ने कश्मीर मुद्दे का अंतराष्ट्रीयकरण करने के साथ-साथ भारतीय सुरक्षा बलों को बदनाम करने के लिए पांच फरवरी के दिन यूएन (United Nation) के दफ्तर के बाहर भारत के खिलाफ धरना प्रदर्शन के साथ दुनिया भर में भारत के खिलाफ एक पिटिशन पर साइन कराने का भी प्लान तैयार किया जिसे UN Secretary General को देने को कहा गया था.

भारत के खिलाफ प्रदर्शन के लिए अल्जीरिया (Algeria) में पाक की फंडिंग

पाकिस्तान ने अल्जीरिया में भारत के खिलाफ प्रदर्शन के लिए अल्जीरिया जैसे देश में बड़ी योजना तैयार की थी जिसके तहत पाकिस्तानी मूल के लोगों के साथ अल्जीरिया के आर्टिस्ट और पत्रकारों की मदद से Kashmir Solidarity Day के नाम पर कई कार्यक्रम कराये गये. ज़ी मीडिया के पास मौजूद दस्तावेजों से पता चलता है कि पाकिस्तान ने इन कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए करीब दो लाख रुपये खर्च किये थे. इस रकम में 1,50,000 रुपये कार्यक्रम में आये लोगों के खाने-पीने पर खर्च किये गये और दस हजार रुपये पब्लिसिटी (Publicity and Photography) पर खर्च किये गये.