hdnlive | स्वामीनाथ शुक्ल
अमेठी,30 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव(UP Nikay Chunav) की कमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के पास है। ट्रिपल इंजन की सरकार बनाने के लिए 75 जनसभा करेंगे। बाकी दोनों उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव मौर्य के साथ सभी मंत्रियों की जनसभाएं अलग-अलग जनपदों में चल रही है। इस चुनाव में भाजपा के साथ सभी दलों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। जिससे सभी दलों के बड़े बड़े नेता चुनाव प्रचार में उतरे हैं। 2024 में लोकसभा चुनाव होना है। जिससे निकाय चुनाव सेमीफाइनल माना जा रहा है। इसीलिए सांसद, विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री तक चुनाव प्रचार में जुटे हैं। निकाय चुनाव में भाजपा(BJP), कांग्रेस(congress), सपा(SP), बसपा(BSP), राष्ट्रीय लोकदल, अपना दल,आप पार्टी आदि मैदान में हैं। लेकिन सबसे ज्यादा जोर भाजपा में है। भाजपा की चुनावी कमान खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(Chief Minister Yogi Adityanath) संभाल रखा है।
बागियों की बगावत से भाजपा चिंतित
सपा अखिलेश यादव, बसपा मायावती, कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष, पुराना अपना दल पल्लवी पटेल और नए अपना दल की कमान अनुप्रिया पटेल संभाल रखा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में 75 जनसभा करेंगे। इसके बाद भाजपा के सांसद, विधायक, और मंत्रियों की जनसभाएं हो रही है। सांसदों और विधायकों को अपने अपने क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके बाद संगठन काम कर रहा है। फिर भी बागियों की बगावत से भाजपा चिंतित हैं। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी रविवार को अमेठी लोकसभा क्षेत्र में थी।मन की बात में सभी उम्मीदवारों से मुलाकात की। इसके बाद अमेठी को भूमाफियाओं से बचाने के लिए राजेश मसाला खुद चुनावी कमान संभाल लिए है। इनके चुनाव प्रचार में भारी भीड़ थी।
भाजपा का टिकट एक सामान्य कार्यकर्ता को मिला
उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव में कई भूमाफिया उम्मीदवार बने हैं।इनको हराने के लिए राजेश मसाला को आगे आना पड़ा है। वरना भूमाफिया अमेठी की एक एक इंच सरकारी जमीन बेच लेगे। पहले ही सैकड़ों घरों को उजाड़ चुके हैं। कुर्सी पाने के बाद भूमाफिया खेत खलिहानों को बेच लेगे। राजेश मसाला की पत्नी चंद्रमा देवी 15 साल से अमेठी नगर पंचायत की अध्यक्ष थी। इस बार आरक्षण में अमेठी पिछड़ी जाति के नाम है। जिससे भाजपा का टिकट एक सामान्य कार्यकर्ता को मिला है। सामान्य कार्यकर्ता को अध्यक्ष बनाने के लिए चुनावी कमान राजेश मसाला ने संभाल ली है। जिससे चुनावी रंग बदलने लगा है।