फ़ारूक़ अब्दुल्लाह को शुक्रवार को रिहा किया

भारत प्रशासित कश्मीर में अधिकारियों ने फ़ारूक़ अब्दुल्लाह को शुक्रवार को रिहा कर दिया . रिहाई के बाद उन्होंने कड़ी सुरक्षा वाले गुपकार एवेन्यू स्थित अपने आवास के छज्जे से बाहर मौजूद रिपोर्टरों और समर्थकों से कहा कि वो अपनी आवाम के संघर्ष को संसद के भीतर जारी रखेंगे.

फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने 2019 में श्रीनगर की लोक सभा सीट से चुनाव जीता था. इसी साल 5 अगस्त को कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया और उन्हें दर्जन भर दूसरे नेताओं के साथ “पब्लिक ऑर्डर को ख़तरे” के नाम पर नज़रबंद कर दिया गया.

सात महीने बाद पहली बार लोगों के सामने अपनी बात रखते हुए अब्दुल्लाह ने कहा, अल्लाह का शुक्र है कि अब मैं एक आज़ाद नागरिक हूँ. मगर ये आज़ादी दूसरे राजनेताओं के बिना अधूरी है. मैं तब तक कोई राजनीतिक बयान नहीं दूँगा जब तक कि उमर अब्दुल्लाह, महबूबा मुफ़्ती और अन्य राजनेताओं को रिहा नहीं किया जाता.