भारत में कोरोना: तबलीग-ए-जमात पटना में भी जुटे थे 10 विदेशी धार्मिक उपदेशक

दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तबलीग-ए-जमात में कुछ दिन पहले आयोजित एक कार्यक्रम में 300 से 400 लोगों ने हिस्सा लिया था, उनमें से करीब 200 लोगों के कोरोना से संक्रमित होने की आशंका जताई गई है। लेकिन ये कोई पहला मामला नहीं है। करीब एक हफ्ते पहले ही पटना के कुर्जी इलाके में ऐसे ही एक मामले ने हड़कंप मचा दिया था।

पटना के मस्जिद मे 10 विदेशी धार्मिक उपदेशकों को हिरासत में लिया था

पटना के दीघा थाना क्षेत्र में कुर्जी मोहल्ला स्थित एक मस्जिद से पुलिस ने सोमवार को 10 विदेशी धार्मिक उपदेशकों को हिरासत में लिया था। इसके अलावा अन्य दो भारतीयों को भी हिरासत में लिया गया। कोरोना वायरस संबंधी जांच के लिए उन्हें एम्स भेजा गया था। हालांकि रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया था। इनमें किर्गिज़स्तान से आए 10 धार्मिक उपदेशक और उत्तर प्रदेश निवासी दो लोग शामिल थे। ये सभी पटना के दीघा थाना क्षेत्र के कुर्जी मुहल्ला स्थित एक मस्जिद से हिरासत में लिए गए थे।

किर्गिज़स्तान से आए

किर्गिज़स्तान से आए ये सभी लोग 26 जनवरी को ही नई दिल्ली पहुंचे थे और पटना के पीरबहोर और फुलवारीशरीफ इलाके में धार्मिक उपदेश देने के बाद 23 मार्च की सुबह कुर्जी मस्जिद पहुंचे थे। इन विदेशी नागरिकों के साथ गाइड के तौर पर उत्तर प्रदेश के 2 और लोग भी थे। सभी लोगों को पुलिस ने हिरासत में लेकर एम्स भेज दिया था।