400 के बदले पहुंच गए 1000 मजदूर, ना टिकट चेक न हुई स्क्रीनिंग

बिहार में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के खतरे एवं चेन के बीच बेगूसराय से आ रही तस्वीरें किसी बड़ी अनहोनी की तरफ इशारा कर रही हैं. बेगूसराय के बरौनी जंक्शन पर सामाजिक दूरी को धता बताते हुए ना सिर्फ लोगो एक दूसरे के काफी नजदीक रहे बल्कि जिला प्रशासन द्वारा बरौनी प्लेटफार्म पर दिए गए नाश्ते के पैकेट को लूटते रहे और इस दौरान सभी एक दूसरे से छीना झपटी करते नजर आए.

मजदूरों का हुजूम उमड़ पड़ा

इस पूरी घटना ने प्रशासनिक व्यवस्था की कलई खोलकर रख दी और इस लूटपाट और अव्यवस्था के दौरान प्रशासन मूकदर्शक बना रहा. मामला मंगलवार की देर शाम का है जब कैमूर से कटिहार तक चलने वाली दैनिक श्रमिक स्पेशल बरौनी पहुंची. ट्रेन के प्लेटफार्म पर आने के बाद एकाएक मजदूरों का हुजूम उमड़ पड़ा. प्रशासन को मजदूरों की संख्या का अनुमान भी नहीं था. थक हार कर प्लेटफार्म पर मौजूद पुलिसकर्मी एवं वरीय पदाधिकारी भीड़ से अलग खड़े होकर तमाशा देखते रहे.

बिना जांच के ही यात्री प्लेटफार्म से निकल गए

इस ट्रेन के संबंध में स्थानीय प्रशासन को 400 यात्रियों के आने की सूचना दी गई थी लेकिन जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म पर रुकी तो 1000 से भी अधिक यात्री एकाएक प्लेटफार्म पर उतर गए. स्थानीय प्रशासन के द्वारा उस वक्त जांच के लिए मात्र चार टीमों को लगाया गया था. जांच में देरी होते देख मौजूद यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया. यात्रियों के उग्र होने के बाद वरीय पदाधिकारी एवं पुलिसकर्मियों ने भी किनारा कर लिया. इसके बाद बिना जांच के ही यात्री प्लेटफार्म से निकल गए. इस मामले में जब रेलवे के अधिकारियों से उनका पक्ष लेने की कोशिश की गई तो उन्होंने इस मामले में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया.