अगस्ता घोटाले में केंद्र को बड़ी कामयाबी

अगस्ता वेस्टलैंड मामले में केंद्र सरकार को बुधवार को बड़ी कामयाबी मिली है। अगुस्ता वेस्टलैंड मामले के सह आरोपी कारोबारी राजीव सक्सेना को दुबई से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया है। सक्सेना के ही साथ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी दीपक तलवार को लाया गया है। सक्सेना और तलवार को ईडी ने हिरासत में लिया है।

सक्सेना और तलवार को गुरुवार को स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। इससे पहले सक्सेना की वकील गीता लूथरा और प्रतीक यादव ने बताया कि राजीव सक्सेना को पुलिस ने सुबह 9:30 बजे (यूएई) उनके घर से उठा लिया और अवैध तरीके से करीब 5:30 बजे (यूएई) भारत प्रत्यर्पित किया गया। वकीलों ने कहा कि यूएई में प्रत्यर्पण की कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई थी और उन्हें परिवार या वकीलों से संपर्क करने या आवश्यक दवाई लेने नहीं दिया गया है।

उन्हें दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर एक प्राइवेट टर्मिनल के जरिए निजी जेट में बैठाया गया था। वकीलों ने कहा कि जब उनके वकीलों ने यूएई स्टेट सिक्योरिटी से बात की और मामले को समझने की कोशिश की तो उन्हें कहा गया कि वे (राजीव सक्सेना) फ्लाइट में हैं और रोका नहीं जा सकता है। जब उन्होंने और अधिक पूछा तो उन्होंने कहा कि भारत सरकार से बात करें।

पिछले साल मिशेल को प्रत्यर्पित किया था

प्रत्यर्पण के मामले में भारत सरकार की यह दूसरी बड़ी सफलता है। पिछले साल दिसंबर में अगुस्ता वेस्टलैंड मामले के मुख्य आरोपी क्रिश्चियन मिशेल के प्रत्यर्पण को यूएई की सरकार ने मंजूरी दी थी। ब्रिटिश नागरिक मिशेल पर 3600 करोड़ रुपए के वीवीआईपी हेलीकॉप्टर डील में बिचौलिया होने का आरोप है।

गैरजमानती वारंट जारी हुआ था

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पिछले साल दिसंबर में सक्सेना की जमानत याचिका के खिलाफ जवाब देते हुए कोर्ट में उसके भारत प्रत्यर्पण के अनुरोध को लेकर कहा था कि वह बार-बार सूचित किए जाने के बाद जांच में शामिल होने में असफल रहा। पिछले साल 6 अक्तूबर को कोर्ट ने यूएचवाई नामक कंपनी के निदेशक राजीव सक्सेना के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया था। सक्सेना की पत्नी शिवानी की गिरफ्तारी के बाद ईडी ने अपने चार्जशीट में सक्सेना का नाम शामिल किया। शिवानी फिलहाल जमानत पर रिहा है।