नजफगढ़ मेट्रो : अगले साल  तक करना होगा इंतजार

दिल्ली मेट्रो की द्वारका से नजफगढ़ के बीच बनाई जा रही मेट्रो के लिए अभी अगले साल जून तक का इंतजार करना होगा, जबकि नजफगढ़ से ढांसा बॉर्डर तक की मेट्रो लाइन 2020 में ही शुरू हो सकेगी। अलबत्ता बल्लभगढ़ मेट्रो पर जरूर इसी साल सितंबर से पैसेंजर सफर शुरू कर सकेंगे।

दिल्ली मेट्रो की ओर से इस साल अप्रैल तक के कामकाज के आधार पर तैयार की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि नजफगढ़ से द्वारका के बीच की 4.295 किमी की मेट्रो लाइन के निर्माण का अप्रैल तक 71.76 फीसदी काम ही पूरा हुआ है। दिल्ली मेट्रो को उम्मीद है कि अगले साल जून तक काम पूरा कर लिया जाएगा और पैसेंजर सर्विस शुरू हो जाएगी। नजफगढ़ एक्सटेंशन से लेकर ढांसा बस स्टैंड तक की मेट्रो लाइन के लिए अभी दिसंबर 2020 तक इंतजार करना होगा। फिलहाल 2.39 फीसदी ही निर्माण काम हो सका है। देरी की वजह यह है कि इसे मंजूरी ही 9 मई 2017 में दी गई थी। यह रिपोर्ट हाल ही में आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय को भेजी गई है।

इस रिपोर्ट के मुताबिक, बल्लभगढ़ एक्सटेंशन लाइन का काम जल्द ही पूरा होने जा रहा है। 3.20 किमी की इस मेट्रो लाइन का लगभग 89 फीसदी काम पूरा हो चुका है। हालांकि इस लाइन को केंद्र सरकार की ओर से 27 मार्च 2017 को ही मंजूरी दी गई थी, लेकिन चूंकि हरियाणा सरकार इसे पहले ही मंजूरी दे चुकी थी इसलिए इसका निर्माण पहले ही शुरू कर दिया गया था। अब मेट्रो की रिपोर्ट में इस लाइन का काम पूरा करने का टारगेट इसी साल सितंबर का रखा गया है।

सबसे लंबी लाइन अभी भी पिछड़ी

इस रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली की अब तक की सबसे लंबी मेट्रो लाइन मजलिस पार्क से शिव विहार कॉरिडोर पर अभी भी संकट के बादल नहीं छंटे। मजलिस पार्क से साउथ कैंपस तक के एक हिस्से को पहले ही चालू कर दिया गया है और उम्मीद की जा रही है कि साउथ कैंपस से लाजपत नगर तक का कॉरिडोर जल्द ही चालू कर दिया जाएगा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इसी कॉरिडोर के मयूर विहार पॉकेट वन और त्रिलोकपुरी के बीच के हिस्से के लिए फिलहाल कोई टारगेट नहीं रखा गया है। लेकिन मेट्रो ने यमुना विहार से शिव विहार के बीच की 2.89 किमी की लाइन के लिए जरूर इसी साल अगस्त का टारगेट रखा गया है। इस हिस्से में अब तक 86 फीसदी काम पूरा किया जा चुका है। रिपोर्ट के मुताबिक, फेज थ्री की लाइनों का कुल 94.53 फीसदी काम पूरा हो चुका है। थर्ड फेज के 103 किमी की लाइनों को सितंबर 2011 में मंजूरी दी गई थी और यह फेज 2016 में पूरा होना था।