हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी कमरुद्दीन और उसके दो साथियों को कानपुर में आतंकी हमला करना था। इसके लिए एके-47 और सुसाइड बेल्ट कश्मीर से मंगाई थी। हमले के दौरान पकड़े जाने पर वह खुद को सुसाइड बेल्ट से खत्म कर सकता था। यह खुलासा 7 दिन की रिमांड पूरी होने पर जेल भेजे गए आतंकी कमरुद्दीन ने एटीएस की पूछताछ में किया है। कमरुद्दीन की निशानादेही पर उसके सात साथियों को गिरफ्तार किया गया है।
यूपी एटीएस ने 13 सितंबर को सुबह चार बजे चकेरी के शिवनगर क्षेत्र में कमरुद्दीन को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उसी दिन से कमरुद्दीन को सात दिन की रिमांड पर लिया था। बुधवार को रिमांड पूरी होने के बाद एटीएस ने उसे जेल भेज दिया। एटीएस अफसरों की मानें तो कमरुद्दीन व उसके दो साथियों को कानपुर में आतंकी घटना को अंजाम देना था। इसीलिए कमरुद्दीन ने सिद्धि विनायक मंदिर की रेकी करके वीडियो बनाया था। वही वीडियो अपने साथी को जम्मू भेजा था।
आतंकी हमले के लिए कमरुद्दीन के पास एके-47 और सुसाइड बेल्ट भी जम्मू-कश्मीर से आनी थी। एटीएस ने कमरुद्दीन से पूछताछ के बाद असोम पुलिस की मदद से सात आतंकियों को असोम से गिरफ्तार किया है। अभी भी उसके नेटवर्क को तलाशने के लिए एटीएस असोम में डटी है। कानपुर में कमरुद्दीन के साथ रह रहे उसके दो साथियों की तलाश भी जम्मू-कश्मीर पुलिस की मदद से की जा रही है। सात दिन तक रिमांड के दौरान कमरुद्दीन ने एटीएस को कई अन्य अहम जानकारी दी है। इस पर एटीएस काम कर रही है। छानबीन के बाद दोबारा कमरुद्दीन को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।