अमेठी में स्मार्ट मीटर के लिए 215 करोड़ रुपए की योजना


स्वामीनाथ शुक्ल | hdnlive
अमेठी || केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (smriti irani) के संसदीय क्षेत्र अमेठी (amethi) में बिजली के तीन लाख उपभोक्ताओं को सीधे स्मार्ट मीटर से जोड़ने की योजना है। इसके लिए 215 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। बाकी बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए 115 करोड़ रुपए और बिजली चोरी रोकने के लिए 98 करोड़ रुपए खर्च होंगे। तीनों योजनाएं 428 करोड़ रुपए की है। बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता ललित कृष्ण ने बताया कि अमेठी में बिजली चोरी रोकने के लिए 98 करोड़ रुपए की योजना पर काम शुरू हो चुका है। इसमें कटिया कनेक्शन रोकने के लिए जर्जर केबिल बदलना, जर्जर तार और केबिल बदलना, जर्जर एलटी पोल बदलना, मीटर बाक्स लगाना आदि है। जिससे कटिया कनेक्शन की गुंजाइश नहीं बचेगी। इसके बाद बिजली व्यवस्था के आधुनिकीकरण के लिए 115 करोड़ रुपए की योजना है। इसमें नई लाइन बनाना, छूटे घरों को बिजली से जोड़ना,नए बिजली घर बनाना आदि है। ललित कृष्ण ने बताया कि स्मार्ट मीटर के लिए 215 करोड़ रुपए की योजना है।

उपभोक्ताओं को डरने की जरूरत नहीं है

अमेठी में 3 लाख 8 हजार उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति करने के लिए 37 उपकेंद्र खुले हैं। इसकी निगरानी के लिए 32 अवर अभियंता,9 सहायक अभियंता,4 अधिशाषी अभियंता और एक अधीक्षण अभियंता मौजूद है। 3 लाख घरों में मीटर रीडिंग के लिए 400 सौ मीटर रीडर तैनात हैं। इसमें 150 सखी है। उन्होंने बताया कि ख़राब मीटर बदलने और नए मीटर के लिए कैंप लगाए जा रहे हैं। दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण विद्युतीकरण योजना में निशुल्क घरेलू कनेक्शन लेने वाले जिन उपभोक्ताओं के बिल नहीं आ रहे हैं। उन्हें बिना किसी चार्ज के नियमित किए जा रहे हैं। जिससे उपभोक्ताओं को डरने की जरूरत नहीं है। लेकिन नियमित रूप से आनलाइन बिजली का बिल जमा करें। फाल्ट होने पर पावरहाउस को सूचित करें। अनसुना करने पर अधिकारियों को फोन पर बता सकते हैं। बिजली विभाग की विजिलेंस टीम पर पैनी नजर है। विजिलेंस टीम के खिलाफ अमेठी के जनप्रतिनिधियों ने उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से शिकायत की थी। जिससे अधीक्षण अभियंता ललित कृष्ण की नजर विजिलेंस टीम पर है।