अमेठी में सिंचाई विभाग का निर्माणाधीन डाक-बंगला सवालों के घेरे में


स्वामीनाथ शुक्ल । Hdnlive
अमेठी ।। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी के गौरीगंज में सिंचाई विभाग का एक डाक-बंगला तीन साल से निर्माणाधीन है। डाक-बंगले के निर्माण में लापरवाही बरतने की खबर है। डाक-बंगले के कैंपस का निर्माण सड़क से करीब तीन फिट नीचे किया गया है। जिससे हल्की बारिश में भी पानी भर जाता है। जबकि डाक-बंगले के पीछे सिंचाई विभाग का एक कार्यालय करीब चार दशक पहले बना था। लेकिन अब भी पुरानी बिल्डिंग सड़क से ऊपर है। जिससे आसपास बाढ़ आने के बाद भी बिल्डिंग में कभी पानी नहीं भरता है। मगर नए डाक-बंगले में उद्घाटन के पहले से ही पानी भरा हैं।

कैंपस सड़क से तीन फिट नीचे , जिससे बरसात में पानी भर जाता है

डाक-बंगले का निर्माण सिंचाई विभाग खंड 41 के अधिशाषी अभियंता धर्मेंद्र वर्मा खुद करवा रहे हैं। धर्मेंद्र वर्मा ने बताया कि 3 करोड़ 36 लाख रुपए में डाक-बंगले का निर्माण हो रहा है। इसमें एक कमरा, एक प्रतीक्षा कक्ष, एक रसोई घर, शौचालय और आगे बरामदे का निर्माण हो चुका है। उन्होंने बताया कि डाक-बंगले के कमरों में पानी नहीं जाएगा। लेकिन बाउंड्री वॉल का कैंपस सड़क से तीन फिट नीचे है। जिससे बरसात में पानी भर जाता है। वर्मा ने बताया कि तालाब में डाक-बंगले का निर्माण हो रहा है। तालाब पहले बहुत गहरा था। तालाब में मिट्टी की भराई की गई थी। लेकिन सहायक अभियंताओं की लापरवाही बरतने से चूक हो गई है।

डाक-बंगले में आने जाने के लिए सर्विस लेन ऊंचा करेंगे। बाकी कैंपस के जलभराव के लिए पंपिंग सेट बनेगा। जिससे बरसात का पानी जमीन के अंदर चला जाएगा। डाक-बंगले के पीछे सिंचाई विभाग खंड 43 के एक बेलदार ने बताया कि डाक-बंगले का निर्माण सड़क से तीन फिट नीचे हो रहा है। जिससे हमेशा पानी भरा रहेगा।इसका लेबल सड़क से ऊंचा होना था। लेकिन नीचा करके सिंचाई विभाग के सवा तीन करोड़ रुपए बर्बाद हो रहें हैं। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य शुरू होने पर कहा गया था। लेकिन जेब भरने के चक्कर में मानक तोड़कर निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि खंड 43 की बिल्डिंग चार दशक पहले बनी थी। लेकिन अब भी सड़क से ऊंची है।

धर्मेंद्र वर्मा तबादला लेकर भगना चाहते थे

चूंकि इस बिल्डिंग का निर्माण भविष्य देखकर किया गया था। लेकिन डाक-बंगले का वर्तमान ही सवालों के घेरे में है। भविष्य का पता नहीं है। एक कर्मचारी ने बताया कि धर्मेंद्र वर्मा तबादला लेकर भगना चाहते थे। लेकिन इस बार अभियंताओं के तबादले नहीं हुए थे। जिससे अधिशाषी अभियंता मजबूरी में फस गए हैं। डाक-बंगले के मामले में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के अपर सचिव विजय गुप्ता ने कहा कि वे खुद डाक-बंगले का निरीक्षण करेंगे। बाकी कमी होने पर सरकारी धन की भरपाई जिम्मेदार अफसर से होगी।