साल 2008 के मुंबई हमलों को लेकर विवादित बयान देने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ लाहौर हाई कोर्ट (एलएचसी) में सोमवार को देशद्रोह की एक याचिका दाखिल की गई है। यह याचिका राजनीतिक दल, पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) के खुर्रम नवाज गंडपुर द्वारा दाखिल की गई है। इसमें कहा गया है कि शरीफ का बयान राष्ट्रीय सुरक्षा और राज्य के संस्थाओं के खिलाफ है।
उन्होंने कहा था, ‘हमने खुद को अलग-थलग कर लिया है। तमाम कुर्बानियों के बावजूद हमारी बात को स्वीकार नहीं किया जा रहा है। अफगानिस्तान के बयान को स्वीकार किया जा रहा है लेकिन हमारा नहीं। हमें इस पर ध्यान देना चाहिए।’ बाद में शरीफ को अपनी टिप्पणी के लिए विपक्षी पार्टियों की आलोचना का सामना करना पड़ा। इसमें पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) भी शामिल रहीं। इन पार्टियों ने शरीफ के खिलाफ मोर्चा खोला और उन्हें ‘सुरक्षा के लिए खतरा’ बताया।