विजय गोयल चलाएंगे ‘पुरानी दिल्ली बचाओ’ आंदोलन

केंद्रीय संसदीय राज्य मंत्री विजय गोयल अब ‘पुरानी दिल्ली बचाओ’ आंदोलन शुरू करने जा रहे हैं। इसका मकसद चांदनी चौक समेत पुरानी दिल्ली स्थित तमाम ऐतिहासिक हवेलियों को बचाना है। इसके लिए उन्हें स्थानीय लोगों और असोसिएशंस का भी सहयोग मिल रहा है। वह सोशल मीडिया पर भी हैशटैग ‘पुरानी दिल्ली बचाओ’ के नाम से अभियान भी चलाएंगे।

गोयल ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि चांदनी चौक मर रहा है और सरकार-प्रशासन आंखें मूंदे बैठे हैं। इस विरासत को बचाने की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार और उसके तहत काम करने वाले शाहजहानाबाद रीडिवेलपमेंट कॉर्पोरेशन की है, लेकिन आज तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि दिल्ली सरकार के अर्बन डिवेलपमेंट डिपार्टमेंट ने 29 जुलाई 2015 के गजट में दिल्ली की 551 हवेलियों को नोटिफाई किया था। लेकिन इसमें चांदनी चौक की कई हवेलियों को छोड़ दिया गया।

इनको सरकार की इजाजत के बिना न तो तोड़ा जा सकता है और न ही इनके स्ट्रक्चर में बदलाव किया जा सकता है, लेकिन इसके बावजूद सरकारी अधिकारियों, कार्पोरेशन के लोगों, पुलिस और बिल्डरों की मिलीभगत से इन हवेलियों को तोड़ा जा रहा है और बहुमंजिला इमारतें बनाई जा रहीं हैं। साथ ही, कई हवेलियां ऐसी हैं, जिनकी हालत बदतर है और उन्हें तुरंत बचाने की जरूरत है।

जनांदोलन से बनाएंगे दबाव
पुरानी दिल्ली की असली विरासत को बचाने के लिए वह चांदनी चौक में जुलूस, जलसे और बैठकों का आयोजन करेंगे और पुलिस-प्रशासन पर दबाव बनाएंगे। ज्यादातर हवेलियों के मालिक उन्हें किराएदारों और बिल्डरों के हवाले करके चले गए हैं। उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं है कि उनकी हवेली को सरकार ने नोटिफाई किया हुआ है।

तमाम टैक्स से दिलाएंगे मुक्ति
गोयल ने बताया कि उन्होंने एमसीडी कमिश्नर को चिट्ठी लिखकर सुझाव दिया है कि वे इन हवेली मालिकों को जानकारी दें कि उनकी प्रॉपर्टी हैरिटेज के रूप में नोटिफाई है और वे उनके स्ट्रक्चर से छेड़छाड़ नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि वह एलजी और दिल्ली सरकार को भी लेटर लिखकर अनुरोध करेंगे कि हवेलियों को उनके मूल स्वरूप में संरक्षित करने के लिए प्रॉपर्टी समेत तमाम टैक्स से मुक्त करें।