निजीकरण के खिलाफ निगम कर्मियों एवं आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन

नई दिल्ली। निगमों में पैर पसार रही निजीकरण व्यवस्था के खिलाफ़ आज निगम कर्मचारियों एवं आम आदमी पार्टी (AAP Party ) के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में सिविक सेंटर (civic center) गेट नम्बर 5 पर एकत्रित होकर हल्ला बोल प्रदर्शन किया।

निगम कर्मचारियों का नेतृत्व कर रहे दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन संजय गहलोत ने बताया कि निगम प्रशासन की हठ धर्मी इतनी बढ़ गई है कि सभी नियम कायदे कानून को ताक पर रखकर निगम में सफाई कार्य को ठेकेदारों के द्वारा करवाने हेतु स्थायी समिति में प्रस्ताव लाया गया है, जो कि सरासर गलत है,चूंकि सफ़ाई कार्य आवश्यक कार्य की श्रेणी में आता है और ठेका अधिनियम 1862 के अनुसार किसी भी लगातार चलने वाले कार्य को निजी कम्पनी द्वारा नही कराया जा सकता परन्तु निगम प्रशासन ने सभी नियमो की अवहेलना की है।

संजय गहलोत ने कहा कि इस सम्बंध में निगम के तीनों आयुक्तों को भी निजीकरण सम्बन्धी जानकारी देने हेतु आयोग में तलब किया गया है। परंतु ढुलमुल रवैया अपनाकर अपने अधीनस्थ दूसरे अधिकारियों को आयोग में भेजा है,जिससे आयोग पूरी तरह नाखुश है और आगामी सुनवाई हेतु तीनो कमिश्नरों को सम्मन जारी किए गए है।

वहीं प्रदर्शन को लेकर पूछने पर चेयरमैन ने बताया कि अब मजबूरीवश कर्मचारी सड़को पर उतरने पर मजबूर हुए है चूंकि कर्मचारियों की भय है कि निजिकरण के चकते कहीं उनकी सेवा न समाप्त कर दी जाए।

जैसे ही आयोग के संज्ञान में आया कि दक्षिणी दिल्ली स्टैंडिंग कमेटी में बुधवार को सफाई कार्य का निजीकरण सम्बन्धी प्रस्ताव पास होने वाला है, सूचना मिलते ही एलान किया गया कि इस तरह का काला क़ानून हर हाल में वापस होना चाहिए,लिहाजा सभी कर्मचारियों ने सिविक सेंटर की तरफ कूच करना शुरू कर दिया जिनका सहयोग करने के लिए आम आदमी पार्टी के एम सी डी प्रभारी दुर्गेश पाठक के नेतृत्व में सभी विधानसभाओं के कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल हुए, जिनमे कुलदीप कुमार विधायक, रोहित म्हरोलिया विधायक और विशेष तौर पर दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम भी शामिल रहे।