अफवाह फैलाने के मामले में विनय दुबे हिरासत को हिरासत में लिया

बांद्रा में बड़ी संख्या में प्रवासी कामगारों के इकट्ठा होने के मामले में पुलिस ने एक शख्स को हिरासत में लिया है। माना जा रहा है कि उसके द्वारा सोशल मीडिया पर लिखे संदेशों के चलते ही मंगलवार को भीड़ जुटी और कई तरह की अफवाह फैलती चली गई। उस व्यक्ति का नाम विनय दुबे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि विनय को मंगलवार रात नवी मुंबई में ऐरोली से पकड़ा गया। उसे मुंबई पुलिस को सौंप दिया गया है, जहां वह आजाद मैदान पुलिस की कस्टडी में रहेगा।

अधिकारी ने बताया कि इसी पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ मामला दर्ज करने की कार्रवाई चल रही है। दूबे ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो अपलोड किया था, जिसमें उसने महाराष्ट्र सरकार से मांग की थी कि वह प्रवासी कामगारों के लौटने का इंतजाम करे, जो कोरोनावायरस के कारण जारी लॉकडाउन में फंसे हुए हैं। वह वीडियो में कहता है कि प्रवासी कामगार अपने पैतृक गांव जाना चाहते हैं।

उसने इस मामले को लेकर ट्वीट भी किया था। उसने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि अगर प्रवासी कामगारों के उनके पैतृक गांव जाने के लिए 18 अप्रैल तक ट्रेन की व्यवस्था नहीं की गई तो एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन किया जाएगा।

पुलिस को शक है कि उसके सोशल मीडिया संदेशों के चलते ही मंगलवार को 1000 से ज्यादा प्रवासी कामगार बांद्रा स्टेशन पर प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हो गए। इनमें से ज्यादातर लोग बिहार, यूपी और पश्चिम बंगाल के थे। वे मांग कर रहे थे कि राज्य सरकार उनके गांव और कस्बे तक जाने के लिए ट्रेन की व्यवस्था करे।

सामाजिक कार्यकर्ता है विनय दुबे

विनय दुबे सामाजिक कार्यकर्ता है। उसके कुछ ट्वीट्स सत्ताधारी पार्टी की सहयोगी एनसीपी से उसके करीबी संबंधों की ओर इशारा करते हैं। ऐसे ही एक ट्वीट में विनय ने बताया है कि उसके पिता ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए महाराष्ट्र सरकार को अपने जीवन की सारी पूंजी दान कर दी। उसने अनुदान स्वीकारने के लिए गृह मंत्री अनिल देशमुख के अलावा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का भी आभार व्यक्त किया था।

बांद्रा की घटना सामने आने के बाद से विनय दुबे के ट्वीट्स को उससे जोड़कर देखा जाने लगा है। साथ ही उसकी चेतावनियों से 18 अप्रैल को भी मुंबई में भीड़ इकट्ठा होने की आशंका को बल मिल रहा है। दुबे ने फेसबुक पर भी वीडियो डालकर मजदूर आंदोलन के शुरू होने की बात लिखी थी। उसने लिखा था, ‘ऐतिहासिक मजदूर आंदोलन शुरू, चलो अपने घर, अपने परिवार के बीच।’

1000 लोगों के खिलाफ एफआईआर

बताया जा रहा है कि कई लोगों के पास बांद्रा स्टेशन से ट्रेन खुलने का मेसेज मिला था। मुंबई पुलिस ने करीब 1000 लोगों के खिलाफ अफवाह फैलाने के मामले में एफआईआर दर्ज की है।

उधर, महाराष्ट्र में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। राज्य में कोरोना के कुल 2334 मरीज सामने आए हैं। इसमें से 217 मरीज ठीक हो चुके हैं और कोरोना के चलते 160 लोगों की मौत हो चुकी है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) की ओर से बताया गया है कि मुंबई में मंगलवार को कोरोना के 204 नए मामले सामने आए हैं और 11 लोगों की मौत हुई है। इस प्रकार सिर्फ मुंबई में ही कोरोना के संक्रमितों की कुल संख्या 1753 हो चुकी है। मुंबई शहर में ही कोरोना के चलते 111 लोगों की मौत हो चुकी है।