उद्धव ठाकरे को चुनाव आयोग से खुशखबरी, 9 सीटों पर होंगे चुनाव

महाराष्ट्र में कुर्सी बचाने की उधेड़बुन में लगे सीएम उद्धव ठाकरे को चुनाव आयोग से बड़ी खुशखबरी मिली है। चुनाव आयोग ने राज्य में एमएलसी चुनाव के लिए इजाजत दे दी है। महाराष्ट्र में 21 मई को एमएलसी चुनाव की तारीख तय हुई है। शिवसेना नेता संजय राउत ने इसके लिए केंद्र सरकार और चुनाव आयोग का आभार जताया।

इससे पहले गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा था कि महाराष्ट्र विधान परिषद की खाली पड़ी 9 सीटों पर चुनाव कराए जाएं। चुनाव के दौरान कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए सेफ्टी गाइडलाइंस का ध्यान रखा जाएगा।

संजय राउत ने ट्वीट किया, ‘भारत निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र में विधान परिषद (MLC) के चुनाव कराने की अनुमति दी। मै आशा करता हूं जो अनिश्चितता का माहौल निर्माण हुआ था… वो खत्म हो जाएगा। मै केंद्र सरकार और देश के Election Commission का आभारी हूं। सत्यमेव जयते!’

बता दें कि 27 मई को उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बने 6 महीने पूरे होने वाले हैं और नियम के अनुसार, उन्हें शपथ ग्रहण के छह महीने के भीतर यानी 28 मई से पहले विधानसभा या विधानपरिषद के सदस्य के रूप में निर्वाचित होना जरूरी है। राज्य में कोविड-19 महामारी के प्रकोप के चलते पहले 24 अप्रैल को होने वाले चुनाव अनिश्चित समय के लिए टाल दिया गया था।

महाराष्ट्र की 9 सीटों पर होंगे चुनाव

इसके बाद महाराष्ट्र कैबिनेट ने राज्यपाल कोटे से उद्धव को एमएलसी मनोनीत करने के लिए भगत सिंह कोश्यारी के पास सिफारिश भेजी थी जिसे गवर्नर पर चुनाव आयोग पर टाल लिया था। कोश्यारी ने चुनाव आयोग को पत्र लिख चुनाव कराने की मांग की थी। गवर्नर ने चुनाव आयोग को लिखे गए पत्र में कहा था कि वह जल्द से जल्द महाराष्ट्र विधान परिषद की खाली पड़ी 9 सीटों पर चुनाव कराए।

राज्यपाल में लेटर में क्या लिखा था?

गवर्नर कोश्यारी ने अपने पत्र में लिखा था, ‘महाराष्ट्र में चुनाव हो सकते हैं, क्योंकि केंद्र सरकार ने देश में लॉकडाउन के दौरान कई छूट और उपायों की घोषणा की है और चुनाव कराने संबंधी कुछ दिशा-निर्देश जारी किए हैं।’ कोश्यारी ने कहा कि चूंकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे राज्य विधानमंडल के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं और उन्हें 28 मई 2020 से पहले परिषद में चुने जाने की आवश्यकता है। ऐसे में चुनाव आयोग अपनी ओर से जल्द से जल्द इस पर फैसला करे।

द्धव ने पीएम मोदी को मिलाया था फोन

उद्धव ठाकरे ने बीते दिनों राज्यपाल के जवाब न देने और अपनी कुर्सी पर खतरा मंडराते देख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन मिलाया था। सूत्रों ने बताया बातचीत के दौरान उद्धव ने कहा था कि राज्य में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की जा रही है। उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी से कहा कि ऐसे में समय में राज्य में अस्थिरता फैलाना ठीक नहीं है।