दक्षिण पश्चिमी मानसून जल्दी छाने के साथ ही जल्दी ठंडा भी पड़ गया। हवा की गति उसके आगे बढऩे में बाधक बनी है। हवा की गति से मानसूनी बादलों का ठहराव नहीं हो पा रहा है। साथ ही नमी की कमी से बारिश के आसार फिलहाल नजर नहीं आ रहे है। मारवाड़ में बारिश की संभावना 2 जुलाई तक बनती नजर आती है। मौसम विभाग ने भी हालांकि तीन दिन तक मानसून के सुस्त रहने की संभावना पहले ही बता दी है।
आज भी पश्चिमी राजस्थान में बादलों की आवाजाही बनी रहने के साथ ही धूप भी खिलीं। मगर बारिश के आसार नजर नहीं आए। सुबह से ही हवा की गति तेज होने से उनमें ठहराव नहीं हो पा रहा हे। हवा की गति भी 5- 7 किलोमीटर प्रति रफ्तार से चल रही है। वातावरण में आद्रता नहीं बनने से उमस खत्म हो गई है। ऐसे में बारिश की संभावना नगण्य बनी हुई है। इधर किसानों ने भी खेतों में बुवाई शुरू कर दी है। समय पर हुई बुवाई और बारिश नहीं होने से उन्हें भी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
ऊपर से दोहरी मार टिड्डियों की भी पड़ रही है। शहर में आज सुबह का तापमान 36 डिग्री तक रहा। धूप खिली रही मगर उसमें चुभन महसूस नहीं हुई। उमस भी कम महसूस की जा रही है। फिलहाल मौसम विभाग की मानें तो आगामी दो तीन दिन तक बारिश के लिए परिस्थिति अनुकू ल नहीं है।