भारत में Covid 19 संक्रमण के स्टेज-3 में पहुंचने की आशंका

देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. ऐसे लोग भी कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं जिन्होंने कोई विदेश यात्रा नहीं की. देश में जिस हिसाब से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उससे साफ होता है कि कहीं न कहीं विदेश से आने वाले यात्रियों की जांच में लापरवाही बरती गई है. कैबिनेट सेक्रेटरी राजीव गौबा ने भी माना है कि पिछले दो महीने में विदेश से आए यात्रियों की संख्या और कोरोना की जांच की संख्या में अंतर है.

दो महीने में 15 लाख यात्री विदेश से भारत आए. सभी यात्रियों की कोरोना वायरस जांच नहीं हुई थी. कैबिनेट सेक्रेटरी राजीव गौबा ने सभी राज्य के सचिवों को चिट्ठी लिखी हिअ. विदेश से आए यात्रियों की एक बार फिर से जांच करने का निर्देश राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश को दिया है. कैबिनेट सचिव ने कहा है कि दो महीने में विदेश से आए यात्रियों को निगरानी में रखा जाए.

दरअसल, कोरोना संक्रमण एक से दूसरे में और दूसरे से दर्जनों में फैलने वाली बीमारी है. कोरोना वायरस की चपेट में आए व्यक्ति की एक गलती से दर्जनों लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ सकते हैं. देश की राजधानी दिल्ली और उससे नोएडा में कुछ ऐसा ही हुआ.

कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा बढ़ा

कोरोना वायरस का संक्रमण कितना बड़ा खतरा है, लोग समझ नहीं रहे हैं. दिल्ली में केस नंबर 10 को लेकर खूब चर्चा हो रही है. समझिए कि केस नंबर 10 क्या है और अंदाजा लगाइए कि कैसे एक महिला ने दिल्ली के 800 से ज्यादा लोगों की ज़िंदगी को खतरे में डाल दिया है.

  • दिल्ली के दिलशाद गार्डन की एक महिला सऊदी अरब से वापस लौटी थी.
  • वो महिला कोरोना वायरस से संक्रमित थी.
  • संक्रमण के कारण पहले उसका परिवार कोरोना की चपेट में आया.
  • 12 मार्च को महिला ने दिल्ली के मौजपुर में मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर को दिखाया.
  • जिससे डॉक्टर में कोरोना वायरस पहुंच गया.
  • डॉक्टर के कारण डॉक्टर की पत्नी और डॉक्टर की बच्ची भी कोरोना संक्रमित हो गए.
  • एक महिला के कारण 8 लोग कोरोना वायरस के शिकार हो गए.
  • वहीं डॉक्टर ने पांच दिनों के दौरान मोहल्ला क्लिनिक में करीब 800 मरीजों को देखा.
  • अब उन 800 लोगों को सेल्फ क्वारेंटाइन में रखा गया है, ताकि उन्हें कोरोना है या नहीं ये पता चल सके.

यूपी में नोएडा बन रहा कोरोना का सबसे बड़ा केंद्र

दिल्ली से सटा नोएडा यूपी में कोरोना का सबसे बड़ा केंद्र बनता जा रहा है.नोएडा की ऊंची-ऊंची बिल्डिंगों में कहां कोरोना छिपा बैठा है किसी को नहीं पता.धीरे-धीरे कर कोरोना से जुड़े मामले सामने आ रहे हैं तो लोगों में दहशत भी बढ़ती जा रही है.नोएडा में एक शख्स की लापरवहारी से कई लोगों के कोरोना संक्रमित होने का मामला सामने आया है.

  • दरअसल नोएडा की सेक्टर 137 की सोसायटी में एक 47 साल की महिला कोरोना संक्रमित पाई गई.
  • महिला न तो विदेश गई थी और न ही विदेश जाने वाले किसी शख्स के संपर्क में आई थी.
  • जांच में पता चला कि महिला के पति ने ब्रिटेन के एक शख्स से मुलाकात की थी.
  • महिला के पति और महिला की बेटी भी कोरोना पॉजिटीव पाई गईं.
  • सेक्टर 137 वाले दंपत्ति के संपर्क में आए एक और पति-पत्नी भी कोरोना पॉजिटीव पाए गए.
  • दोनों पति पत्नी सेक्टर 150 की सोसायटी में रहते हैं.
  • यानी लंदन के एक शख्स के कारण 5 लोग कोरोनो की चपेट में आ गए.

नोएडा में आगे कोरोना संक्रमण की चेन न फैले इसके लिए सेक्टर 137 और सेक्टर 150 की सोसायटी को सील कर सैनिटाइज किया जा रहा है. उन 5 लोगों ने जिन 19 लोगों से मुलाकात की थी और जिस कंपनी में काम करते थे उनके स्वास्थ्य की निगरानी रखी जा रही है.यानी सोचिए लंदन के एक शख्स ने किस तरह से 5 लोगों को कोरोना संक्रमित कर दिया और सैकड़ों लोगों को संकट में डाल दिया है.

राजस्थान के भीलवाड़ा में कोरोना वायरस के संक्रमण से हालात नाजुक होते जा रहे हैं. भीलवाड़ा में कोरोना से अब तक दो लोगों की मौत हो गई है. भीलवाड़ा शहर को सील कर दिया गया है. यहां के एक निजी अस्पताल के डॉक्टर से फैला संक्रमण अस्पताल के स्टाफ के कई लोगों तक जा पहुंचा है. 15 पॉजिटिव केस तो महज इसी अस्पताल से हैं. ऐसा ही संक्रमण श्रीनगर के एक बुजुर्ग ने कई लोगों को बांट दिया. श्रीनगर के बुजुर्ग की मौत हो चुकी है लेकिन 4 लोग संक्रमित हैं और हजारों लोग निगरानी में हैं.