यूपी के 30 लाख श्रमिकों को सीएम योगी का 1000-1000 रुपए का उपहार

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के मई दिवस श्रमिकों और कामगारों को समर्पित किया है. सीएम योगी आज एक साथ 30 लाख श्रमिकों को 1000-1000 रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से 300 करोड़ रूपए के भरण पोषण भत्ते का उपहार देने जा रहे हैं. इस दौरान सीएम कई श्रमिकों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत भी करेंगे. प्रदेश में आज मई दिवस से दोबारा राशन देने का अभियान शुरू हो रहा है. प्रदेश में सबको राशन पहुंचाने के लिए वन नेशन – वन कार्ड योजना लागू की गई है. इस योजना के तहत यूपी के प्रवासी श्रमिक या कामगार देश के किसी भी हिस्से में राशन कार्ड का नंबर बता कर राशन ले सकते हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि मई दिवस श्रमेव जयते का उद्घोष करता हुआ, विकास की प्रक्रिया में श्रम के महत्व को रेखांकित करता है. मई दिवस हमारे कामगारों और श्रमिक वर्ग की कड़ी मेह्रनत और उपलब्धि के सम्मान का आयोजन है. सीएम ने कहा कि कोविड-19 के कारण बाधित हुई आर्थिक गतिविधियों से प्रभावित श्रमिकों के कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा कई कदम उठाए गए हैं.

मार्च से अप्रैल तक सरकार का काम

आज मई दिवस पर सीएम योगी फिर से 30 लाख श्रमिकों और कामगारों को 1000-1000 रुपये के भरण-पोषण भत्ते की दूसरी किश्त के रूप में 300 रुपए बैंक खातों में ट्रांसफर करेंगे.बता दें इससे पहले 24 मार्च को 5 लाख 97 हजार रजिस्टर्ड भवन निर्माण श्रमिकों के भरण पोषण के लिए उनके खातों में 1000-1000 रुपए की धनराशि दी गई थी.

30 अप्रैल तक इस योजना के तहत 16 लाख 8 हजार श्रमिकों के खाते में भुगतान किया गया. इस तरह से सरकार अब तक कुल 160 करोड़ 82 लाख रुपए श्रमिकों के बैंक खाते में ट्रांसफर कर चुकी है.

30 अप्रैल तक शहरी क्षेत्रों के 7 लाख 57 हजार दिहाड़ी मजदूरों के खाते में कुल 76 लाख 89 हजार रुपए और ग्रामीण क्षेत्र के 5 लाख 55 हजार निराश्रित लोगों को 55 करोड़ 50 लाख रुपए का भुगतान किया गया.

इसी अवधि तक प्रदेश के 27 लाख 15 हजार मनरेगा मजदूरों के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से 811 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया. वहीं प्रदेश की 44,806 इकाइयों द्वारा अपने श्रमिकों को लगभग 602 करोड़ 77 लाख रुपए के वेतन का भुगतान किया गया.

बांटा गया मुफ्त राशन

सरकार के अनुसार अप्रैल में अन्त्योदय कार्डधारकों, मनरेगा श्रमिकों, श्रम विभाग में रजिस्टर्ड निर्माण श्रमिकों और नगर विकास विभाग के अंतर्गत दिहाड़ी मजदूरों को मुफ्त राशन बांटा गया. आज एक मई से फिर से खाद्यान्न वितरण कार्यक्रम शुरू हो रहा है.

दूसरे प्रदेशों से मजदूरों की घर वापसी जोरों पर

वहीं अब तक दिल्ली से लगभग 4 लाख, हरियाणा से 12 हजार प्रवासी श्रमिकों और कामगारों की प्रदेश में सुरक्षित वापसी हो गई है. इसके अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और गुजरात से प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों और कामगारों को वापस लाने की कार्ययोजना शुरू हो गई है.