आतंकियों से मुठभेड़ में बेगूसराय के लाल CRPF इंस्पेक्टर पिंटू कुमार सिंह शहीद

उत्तरी कश्मीर के बावगुंड और हंदवाड़ा में आतंकियों और जवानों के बीच हुए मुठभेड़ में बेगूसराय में थाना क्षेत्र के बगरस ध्यान चक्की गांव निवासी सीआरपीएफ इंस्पेक्टर पिंटू कुमार सिंह शहीद हो गए। गम और गुस्से से जहां एक तरफ पूरा देश जल रहा था, इस बीच उनकी मौत की खबर ने लोगों के आक्रोश को बढ़ा दिया है। इनकी शहादत की खबर सुनते ही आसपास के गांव के लोगों की भीड़ उनके आवास पर जमा होने लगी। बगरस ध्यान चक्की गांव निवासी स्व चक्रधर प्रसाद सिंह के सबसे छोटे पुत्र पिंटू ने वर्ष 2009 में सीआरपीएफ में योगदान किया। उनकी पहली पोस्टिंग मोतिहारी सीआरपीएफ मुख्यालय में हुई थी। 6 साल सर्विस के बाद इन्हें कश्मीर भेज दिया गया। यह हाल ही में छठ पूजा में गांव आए हुए थे, उन्होंने परिजनों से होली में आने का वादा किया था। उन्होंने मुजफ्फरपुर के लंगट सिंह महाविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई की है। मुजफ्फरपुर से अधिक लगाव होने के कारण वे किराए के मकान पत्नी और बेटी को रखते थे। छुट्टी के दिनों में वे मुजफ्फरपुर आने के साथ ही गांव जरूर आया करते थे।

शुक्रवार को कहा-माहौल बहुत खराब है

पिंटू की अपने परिजनों से अंतिम बार बातचीत शुक्रवार दोपहर के करीब 2:30 बजे हुई थी, उनके बड़े भाई मिथलेश सिंह ने बताया कि 2:00 से 2:30 के बीच उन्होंने जब फोन किया और अपने भाई से पूछा कि फोन नहीं लग रहा है, तो कहा गया कि यहां का माहौल बहुत खराब है। साथ ही नेटवर्क का प्रॉब्लम चल रहा है। लगातार फोन लगाने के बाद ही संपर्क हो सकता है। साथ ही यह भी कहा कि मुझे समय मिलेगा तो मैं खुद फोन कर लूंगा। जबकि इनकी भाइयों से बात प्रत्येक दिन हुआ करती थी, जब इन्होंने दूसरी बार फोन कॉल ट्राई किया तो लगातार फोन नहीं लग रहा था। इस बीच रात के करीब 8:00 बजे इन्होंने पिंटू के किसी दोस्त का एक मैसेज फेसबुक पर देखा, लेकिन उसमें कुछ खास लिखा हुआ नहीं था। फिर इन्होंने रात के करीब 9:00 बजे कंट्रोल रूम संपर्क किया तो वहां भी खुलकर जानकारी नहीं दी जा रही थी। तब इन्होंने कहा कि वे पिंटू के बड़े भाई हैं, तब उन्हें जानकारी दी गई कि आपका भाई शहीद हो चुका है। उन्होंने 12:30 बजे रात में कंट्रोल रूम से फिर संपर्क किया इसी बात को दोहराया गया। उन्होंने बताया कि शनिवार की सुबह करीब 7:30 बजे फिर से कंट्रोल रूम संपर्क किया गया तो बताया गया कि पोस्टमार्टम की प्रक्रिया चल रही है।

शहादत को देश कभी नहीं भूलेगा – नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा में आततंकवादियों के साथ मुठभेड़ में बिहार के बेगूसराय निवासी सीआरपीएफ अधिकारी पिंटू कुमार के शहीद होने पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि उनकी शहादत को देश कभी नहीं भूलेगा। शहीद के परिजन को राज्य सरकार द्वारा निर्धारित सभी सहायता दी जाएगी।

पांच भाइयों में सबसे छोटे थे पिंटू

चक्रधर सिंह के पांच बेटे में सबसे छोटे पिंटू थे। इनके बड़े भाई अमरेश, मिथलेश, इनदेश और मनीष है। वर्ष 2011 में इनकी शादी जिले के सबदलपुर गांव निवासी रामनरेश सिंह की पुत्री अंजू के साथ हुई थी। इन्हें एक पुत्री है, जिसका नाम बड़े ही प्यार से आरोही रखा है।