Manipur voilence : I.N.D.I.A के सांसदों ने मणिपुर के राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन , राहत शिविर बद से बत्तर

नई दिल्ली (hdnlive)।Manipur voilence मणिपुर के राज्यपाल अनुसुइया उइके Governor Anusuiya Uikey से मिलने के दौरान विपक्षी दलों के मोर्चे इंडिया के 21 सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। इस मुलाकात में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से उनके द्वारा दो दिन की यात्रा के दौरान हुई हिंसा के प्रभाव को समझाया। विपक्षी दलों के सदस्यों ने राज्यपाल को विभिन्न राहत शिविरों का भी दौरा किया।

स्थिति को देखकर दिल दहला दिया

विपक्षी प्रतिनिधिमंडल की टीम मैतेई और कुकी क्षेत्रों के अलावा, मोइरांग और चुराचांदपुर के राहत शिविरों में भी जा चुकी है। इन राहत शिविरों का दौरा करके वे लोगों की हालात को देखने का अवसर पाए। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने राहत शिविरों में रहने वाले लोगों की स्थिति को देखकर दिल दहला दिया। वहां रह रहे लोगों को सरकार के द्वारा केवल दाल-चावल ही मुहैया कराया जा रहा है, और उन्हें आवश्यक सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। बच्चों को भोजन के लिए भी उपयुक्त आहार नहीं मिल रहा है। इसके अलावा शौचालय और बाथरूम की कोई सुविधा भी उपलब्ध नहीं है।

हिंसा पर चर्चा का अनुरोध किया

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मणिपुर में तीन मई से जारी हिंसा के परिणामस्वरूप हजारों घरों को जलाया जा चुका है, और लगभग 160 लोगों की मौत हो गई है। इस संदर्भ में विपक्ष ने संसद में मणिपुर में हुई हिंसा पर चर्चा का अनुरोध किया है, जिसके कारण संसद में हंगामा हो रहा है। विपक्षी दल ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी रखा है, ताकि मणिपुर में हुए घातक घटनाओं पर गंभीरता से विचार किया जा सके।

राज्य में तनाव का माहौल है

विपक्षी प्रतिनिधिमंडल अपनी राय को संसद में रखकर मणिपुर की वर्तमान परिस्थिति को उजागर करेगी। हाईकोर्ट द्वारा आरक्षण को लेकर एक आदेश के बाद, तीन मई को आदिवासी एकता रैली ने राज्य में हिंसा की भयानक आग भरी। इस दिन से लगातार राज्य में तनाव का माहौल है। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उन्होंने संसद में मणिपुर की वर्तमान परिस्थिति पर चर्चा का अनुरोध किया है। वे आशावादी हैं कि सरकार इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करेगी।

कुलसंख्या में विपक्षी प्रतिनिधिमंडल द्वारा मणिपुर में हुई घातक घटनाओं की जांच की मांग की गई है, जो इस प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए जरूरी है।