West Bengal Assembly Elections 2021: पश्चिम बंगाल की महिलाएं किसके साथ

मुर्शिदाबाद (hdnlive) जिला मुख्यालय बरहमपुर में गंगा नदी के किनारे सब्जी बेचने वाली अनसूया महतो निर्विकार भाव से यह बात कहती है. अनसूया हो या फिर मालदा कलेक्टरेट परिसर में अपने आधार कार्ड में संशोधन के लिए आई बासंती मंडल, पश्चिम बंगाल की महिलाएं इस बार तमाम दलों के वादों और दावों को परख रही हैं.

मालदा की Social Worker शबनम जहां कहती हैं, “महिलाएं अभी तमाम दलों को वादों की कसौटी पर परख रही हैं. वर्ष 2011 और 2016 के विधानसभा चुनावों के नतीजों से साफ है कि टीएमसी को इस तबके का खासा समर्थन मिला था. लेकिन बीते लोकसभा चुनावों से इनका झुकाव बीजेपी की ओर हुआ है. अब इस बार देखा जाए क्या होता है?”

कुल मिला कर कहा जा सकता है कि महिला वोटरों को लुभाने के लिए टीएमसी, बीजेपी के बीच तेज होती होड़ ने महिलाओं को फिलहाल असमंजस में डाल दिया है. दूसरी ओर, लेफ्ट-कांग्रेस गठजोड़ की निगाहें भी इस तबके के वोटरों पर हैं.

लेफ्ट फ्रंट के अध्यक्ष विमान बोस कहते हैं, “एक महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. बीजेपी के शासन वाले राज्यों में भी महिलाओं की हालत और बदतर है. ऐसे में महिलाएं अबकी लेफ्ट-कांग्रेस गठजोड़ को विकल्प मानते हुए हमारा समर्थन करेंगी.”