उत्तराखंड के जंगलो में 51.34 हेक्टेयर तक फैली आग

कोरोनो वायरस महामारी के बीच उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग ने लोगों को परेशानी में डाल दिया है. सोशल मीडिया पर लोग इसकी चर्चा कर रहे हैं. हर साल बढ़ते तापमान के कारण जंगल में आग लगने की घटनाएं सामने आती हैं. इस साल अब तक 46 बार जंगलों में आग लग चुकी है.

अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार पहली घटना की सूचना के बाद से जंगल की आग ने 51.34 हेक्टेयर क्षेत्र को नुकसान पहुंचाया है. रिपोर्ट में आगे कहा गया कि कुमाऊं क्षेत्र में आग लगने की 21 घटनाएं सामने आईं, जबकि गढ़वाल और आरक्षित वन क्षेत्रों में क्रमश: 16 और 9 मामले दर्ज किए गए.

राज्य में आग से घिरे वनस्पतियों और जीवों के बारे में बताते हुए, कई निवासियों ने हैशटैग #PrayForUttarakhand के साथ वाइल्डफायर के वीडियो और फोटो ट्वीट किए, जो जल्द ही ट्रेंडिंग टॉपिक बन गया.

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने लिखा-‘इन खूबसूरत पहाड़ों और जंगलों और वन्यजीवों को जलता देख दुखी हूं, जो बीते 4 दिनों से इसका शिकार हैं. सरकार को नियंत्रण और राहत प्रदान करने के उपायों को अमल में लाना चाहिए.’

रणदीप हुड्डा ने कहा, ‘जंगल की आग एक प्राकृतिक घटना है जो जंगल का कायाकल्प करती है और वे हर साल होती हैं..मेरी रिसर्च के अनुसार, इस साल उत्तराखंड में अब तक जंगल की आग अपेक्षाकृत कम रही है..उसकी तुलना ऑस्ट्रेलिया और अमेज़ॅन से न करें और आतंक ना फैलाएं.’