उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने नरसिंह राव को श्रद्धांजलि दी

उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री दिवगंत पी वी नरसिंह राव को उनकी जयंती पर रविवार को श्रद्धांजलि दी और कहा कि राव ने कठिन समय में देश का नेतृत्व किया था। प्रधानमंत्री ने अपने मासिक ‘‘मन की बात’’ रेडियो संबोधन में कहा कि 28 जून को राव की जयंती मनाई जाती है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने ‘‘कठिन समय में’’ देश का नेतृत्व किया।

राव 21 जून 1991 से 16 मई 1996 तक देश के प्रधानमंत्री थे। मोदी ने कहा, ‘‘भारतीय मूल्यों में उनकी गहरी आस्था थी और पश्चिमी साहित्य तथा विज्ञान की भी उन्हें जानकारी थी।’’ उन्होंने कहा कि राव भारत के सर्वाधिक अनुभवी नेताओं में शामिल थे। उन्होंने किशोरावस्था में स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लिया था। हैदराबाद के निजाम ने जब ‘‘वंदे मातरम’’ गाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया तो उन्होंने निजाम के खिलाफ आंदोलन में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था। मोदी ने कहा कि राव ने युवावस्था से ही अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘बहुत साधारण पृष्ठभूमि से उनका आना, शिक्षा पर उनका जोर देना, सीखने की उनकी इच्छा और इन सब गुणों के साथ उनके नेतृत्व की क्षमता यादगार है।’’ उन्होंने लोगों से अपील की कि वे राव के बारे में अधिक से अधिक जानें। उपराष्ट्रपति नायडू ने राव को आर्थिक सुधारों का प्रणेता बताया ‘‘जिससे भारत आर्थिक वृद्धि के रास्ते पर मजबूती से आगे बढ़ा।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘पीवी’’ दक्ष प्रशासक और बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। वह विद्वान, लेखक और बहुभाषी व्यक्ति थे। नायडू ने ट्वीट किया, ‘‘उन्होंने मातृ भाषा को कॉलेज स्तर तक पढ़ाई के माध्यम के रूप में प्रोत्साहन दिया। देश के विकास में अमूल्य योगदान के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।’’