बिहार: दूसरे प्रदेशों आ रहे प्रवासी मजदूरों को लेकर अलर्ट

लॉकडाउन के बावजूद बिहार में प्रवासी मजदूर बसों और दूसरे अन्य साधनों से लगातार बिहार वापस लौट रहे हैं. इस स्थिति में आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिला पदाधिकारी और एसपी को पत्र लिखकर इन सभी लोगों को प्रखंड स्तर तक बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर तक पहुंचाने के लिए वाहन उपलब्ध कराने के अलावा भोजन, आवासन, सुरक्षा निगरानी स्वास्थ्य जांच और अन्य सुविधाओं के बारे में एक पत्र लिखा है. इस पत्र में आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा है कि ऐसे सभी प्रवासी मजदूरों और अन्य लोगों को सबसे पहले बिहार के सीमावर्ती जिलों में अवस्थित सीमा आपदा राहत केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा जहां इनकी स्क्रीनिंग की जाएगी और साथ ही स्वास्थ्य जांच कराया जाएगा.

मजदूरों की होगी स्वास्थ्य जांच

इसके अलावा ऐसे लोगों के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा है कि इन सभी प्रवासी मजदूरों और अन्य लोगों को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एक्टिंग और स्वास्थ्य जांच के लिए चिकित्सकों की एक टीम तैनात की जाएगी. इन केंद्रों पर आवासन भोजन रोशनी साफ-सफाई शौचालय जैसी व्यवस्था की जाएगी. साथ ही सीमा आपदा राहत केंद्रों में सोशल डिस्टेंसिंग का मजबूती से पालन करने का निर्देश आपदा प्रबंधन विभाग ने दिया है.

14 दिनों तक रहेंगे क्वारंटाइन

सीमा राहत केंद्रों में प्रवासी मजदूरों और अन्य लोगों कोस्वास्थ्य जांच और भोजन कराने के पश्चात संबंधित प्रखंडों में अवस्थित प्रखंड क्वारंटाइन सेंटर में भेजा जाएगा जहां उन्हें 14 दिनों तक रखा जाएगा. सीमा आपदा राहत केंद्रों से प्रखंड स्तरीय सीमा आपदा राहत केंद्रों से प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर तक टेंपो से जाने के लिए जिला पदाधिकारियों द्वारा परिवहन आयुक्त से समन्वय स्थापित कर पहले से वाहन की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है.

दिए गए ये अहम निर्देश

वहां जाने के पहले सभी वाहनों को अनिवार्य रूप से अच्छे तरीके से सैनिटाइज कर लिया जाएगा और यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि वाहनों को स्कॉर्ट किया जाए. आपदा प्रबंधन विभाग ने प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन कैंपों के बारे में कहा है कि इनका चयन इस प्रकार से किया जाए कि प्रत्येक कैंप में लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ रखा जा सके इसके लिए प्रखंड में तीन से चार बड़े भवनों और इसके अलावा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय और साथ ही बीआरसी भवन जैसों का चयन किया जा सकता है.

सोशल डिस्टेंसिंग के तहत होंगे काम

प्रखंड की व्यवस्था की देखरेख के लिए प्रभारी पदाधिकारी और उनके सहयोग के लिए आवश्यक संख्या में कर्मियों की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करने की बात भी कही गई है. प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर के प्रभारी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी या फिर कोई अन्य पदाधिकारी रहेंगे और अन्य आवश्यक एहतियात बरतते हुए सभी कार्य संपन्न करेंगे.

पंजीकरण के दौरान ही दिया जाएगा मास्क

यहां एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा जहां बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूर और अन्य लोगों का रजिस्ट्रेशन पंजीकरण कराया जाएगा. सभी लोगों को मास्क पंजीकरण के दौरान ही उपलब्ध करा दिया जाएगा. यहां पर्याप्त संख्या में हैंड सेनेटाइजर और चिकित्सा सुविधा की समुचित व्यवस्था रहेगी. इस सेंटर पर लाउडस्पीकर की व्यवस्था भी होगी ताकि लोगों को जानकारी दी जा सकेगी. शौचालय की व्यवस्था लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के माध्यम से की जाएगी.