CM अमरिंदर सिंह ने शहीदों के परिवारों को 10 लाख की आर्थिक मदद की घोषणा

जम्मू और कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में कर्नल, मेजर और 3 जवान शहीद हो गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी है. इस मुठभेड़ में पंजाब के मनसा के रहने वाले नायक राजेश कुमार भी शहीद हो गए. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उनके परिजनों को 10 लाख की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है.

रविवार सुबह सेना के 4 और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक जवान की शहादत की खबर आते ही कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उनकी बाहुदरी और वीरता को सलाम किया. उन्होंने ईश्वर से शहीदों के परिवारों को शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की. पंजाब के मुख्यमंत्री ने आतंकियों की इस हरकत को घिनौना और कायरतापूर्ण बताया.

उन्होंने आगे कहा कि भारत अपने सुरक्षा बलों पर ऐसे हमले बर्दाश्त नहीं करेगा. कैप्टन अमरिंदर ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे समय में जब हम कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ रहे हैं तो कोई भी इस मुश्किल समय में इसका फायदा उठाने की कोशिश ना करे.

शहीद जवान के परिजनों को 10 लाख की आर्थिक मदद

इस बीच, मुख्यमंत्री ने मानसा जिले के रहने वाले 21 आरआर (राष्ट्रीय राइफल्स) के शहीद नायक राजेश कुमार के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की. उन्होंने शहीद के परिजनों को 10 लाख की आर्थिक मदद देने की भी घोषणा की. इसमें 5 लाख मुआवजा और प्लॉट के लिए 5 लाख रुपये की मदद शामिल है. साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी बात कही. शहीद नायक राजेश कुमार का पार्थिव शरीर सोमवार को उनके गांव पहुंचेगा.

हंदवाड़ा में सुरक्षाबलों और आंतकियों के बीच एनकाउंटर में 21 राष्ट्रीय रायफल्स के कमांडिंग कर्नल ऑफिसर आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद समेत पांच लोग शहीद हो गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी है. पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि हंदवाड़ा में शहीद हुए हमारे साहसी सैनिकों और सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि. उनकी वीरता और बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा.

वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि हंदवाड़ा में जवानों और सुरक्षाकर्मियों का शहीद होना दुखद और परेशान करने वाला है. हमारे सभी जवानों ने आंतकियों से लड़ने में अदम्य साहस का परिचय दिया है. उनका यह बलिदान और साहस कभी भुलाया नहीं जा सकता है.