तीसवें अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव में करीब 45 देशों ने हिस्सा लिया

गुजरात के राज्यपाल ओपी कोहली ने रविवार को राज्य के तीसवें अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव का उद्घाटन किया।

गुजरात के राज्यपाल ओपी कोहली ने इस मौके पर कहा कि पतंगोत्सव मनुष्य को प्रगति के साथ प्रकृति पूजा का संदेश देता है। यह उत्सव पतंग-डोर, हवा-सूर्य की तरह साथ मिलकर सभी को पतंग की तरह ऊंचाईयों को छूने की प्रेरणा देता है।राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सभी नागरिकों को उत्तरायण पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उत्तरायण का पतंग पर्व समरसता का पर्व भी बना है।

पतंग महोत्सव राज्य के विभिन्न हिस्सों में 14 जनवरी तक मनाया जाएगा। वहीं, 8 जनवरी को पहली बार केवड़िया में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा-स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के सान्निध्य में भी पतंग महोत्सव मनाया जाएगा

तीसवें अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव में करीब 45 देशों के, भारत के 13 राज्यों के और गुजरात के 19 शहरों के 500 अंतरराष्ट्रीय पतंगबाज अपनी-अपनी पतंगों के साथ मौजूद थे।

इस महोत्सव में फिलीस्तीन, लीबिया, डी.आर. कांगो, म्यांमार, ट्यूनिशिया, माले, जिम्बॉब्वे, ताईपेई, ब्रुनेई, दारुसलेम, रवांडा और मलेशिया जैसे देशों के पतंगबाज शिरकत कर रहे हैं।

गुजरात के राज्यपाल ओपी कोहली ने रविवार को राज्य के तीसवें अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव का उद्घाटन किया।

गुजरात के राज्यपाल ओपी कोहली ने इस मौके पर कहा कि पतंगोत्सव मनुष्य को प्रगति के साथ प्रकृति पूजा का संदेश देता है। यह उत्सव पतंग-डोर, हवा-सूर्य की तरह साथ मिलकर सभी को पतंग की तरह ऊंचाईयों को छूने की प्रेरणा देता है।

राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इस अवसर पर कहा कि यह उत्सव गरीब परिवारों के लिए आर्थिक आधार का केंद्र बना है। गुजरात के विकास का पतंग भी अब विश्व की नई ऊंचाईयां पर पहुंचेगा।

राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सभी नागरिकों को उत्तरायण पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उत्तरायण का पतंग पर्व समरसता का पर्व भी बना है।