3 तलाक पर बहस के दौरान स्मृति की चुनौती

लोकसभा ने गुरुवार को तीन तलाक बिल पारित कर दिया है. अब इसे मंजूरी के लिए राज्यसभा में पेश किया जाएगा. इससे पहले लोकसभा में तीन तलाक बिल पर चर्चा हुई. बिल पर सत्ता पक्ष समेत विपक्षी दलों के सांसदों ने अपनी राय व्यक्त की. इस दौरान सदस्यों के बीच गर्मागर्म बहस देखने को भी मिली.

तीन तलाक पर मीनाक्षी लेखी, मुख्तार अब्बास नकवी और मोहम्मद सलीम जैसे सांसदों के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को अपनी बात रखने का मौका दिया गया. चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस्लामिक इतिहास का जिक्र किया और पैगंबर मोहम्मद के वक्त के कुछ वाकयों का हवाला देते हुए बताया कि तीन तलाक क्यों समाज के लिए बुराई है.

बता दें कि सदन में मौजूद 256 सांसदों में से 245 सदस्यों ने तीन तलाक बिल पक्ष में मतदान किया, जबकि 11 सदस्यों ने इसका खिलाफ अपना वोट दिया. कांग्रेस और एआईएडीएमके ने इस बिल के विरोध में वॉकआउट कर दिया और वोटिंग के दौरान मौजूद नहीं थे. इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने भी वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया.