दलित उत्पीड़न मामला: मायावती ने योगी को कहा “देर आये पर दुरुस्त आये”

उत्तर प्रदेश में दलित उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP Supremo Mayawati) ने कहा है कि इसके दोषी किसी भी धर्म, जाति व पार्टी के बड़े से बड़े नेता व कितने भी प्रभावशाली व्यक्ति क्यों न हो, उनके विरूद्ध तुरन्त व सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चहिए. इस दौरान मायावती ने आजमगढ़ की घटना को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के एक्शन पर कहा कि मुख्यमंत्री देर आए, पर दुरुस्त आए, यह अच्छी बात है.

मायावती ने ट्वीट किया है, “यूपी में चाहे आजमगढ़, कानपुर या अन्य किसी भी जिले में खासकर दलित बहन-बेटी के साथ हुए उत्पीड़न का मामला हो या फिर अन्य किसी भी जाति व धर्म की बहन-बेटी के साथ हुए उत्पीड़न का मामला हो, उसकी जितनी भी निन्दा की जाये, वह कम है.”

“साथ ही, चाहे इसके दोषी किसी भी धर्म, जाति व पार्टी के बड़े से बड़े नेता व कितने भी प्रभावशाली व्यक्ति क्यों न हो, उनके विरूद्ध तुरन्त व सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चहिये. बी.एस.पी का यह कहना व सलाह भी है.”

“खासकर अभी हाल ही में आजमगढ़ में दलित बेटी के साथ हुये उत्पीड़न के मामले में कार्रवाई को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री देर आये पर दुरस्त आये, यह अच्छी बात है. लेकिन बहन-बेटियों के मामले में कार्रवाई आगे भी तुरन्त व समय से होनी चाहिये तो यह बेहतर होगा.”

आजमगढ़ में 19 पर एनएसए के तहत कार्रवाई

बता दें आजमगढ़ में दलित किशोरी के साथ छेड़खानी के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अपनाते हुए आरोपी परवेज, फैजान, नूरआलम, सदरे आलम समेत 12 गिरफ्तार और 7 फरार आरोपियों पर तत्काल एनएसए (NSA) लगाने का आदेश दिए हैं. वहीं फरार आरोपियों पर ईनाम घोषित करने के साथ ही लापरवाह एसएचओ पर एक्शन का आदेश दिया है.