सदन की बैठक में कई प्रस्तावों को दी हरी झंडी

नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली नगर निगम की सदन की बैठक में कई प्रस्तावों को पास किया गया है जिसमें निगम पार्षद श्याम सुंदर अग्रवाल द्वारा अस्थाई कर्मचारियों की सैलरी 14 से 25000 करने की मांग को लेकर लगाए गए प्रस्ताव को पक्ष विपक्ष के पार्षदों ने समर्थन किया। वहीं वार्डों में जनसंख्या के अनुपात में सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाए जाने से संबंधित प्रस्ताव को पास कर दिया है। इसके बगैर साफ सफाई की व्यवस्था में सुधार नहीं हो सकता। प्रस्ताव सत्ता पक्ष के निगम पार्षद गोविंद अग्रवाल द्वारा रखा गया था। वहीं विपक्षी निगम पार्षदों ने सफाई कर्मचारियों की नई भर्ती करने से पहले 20-25 साल से एवजीदार के तौर पर तैनात सभी सफाई कर्मचारियों को जल्द से जल्द पक्का किया जाए। प्रस्ताव में कहा गया कि क्षेत्र को स्वच्छ रखना ईस्ट एमसीडी के प्राथमिक कार्यों में से एक है। प्रत्येक वार्ड में हर गली, सड़क, नाली नाले की सफाई करना, किसी भी प्रकार की गंदगी फैलने से रोकना और पर्यावरण को स्वच्छ रखना भी उसी का एक हिस्सा है। यह तमाम तरह के कार्य तभी हो सकते है जब प्रत्येक वार्ड में उपयुक्त संख्या में सफाई कर्मचारी होंगे। इस समय हालत यह है कि किसी वार्ड में सफाई कर्मचारियों की संख्या 525 है तो किसी वार्ड में मात्र 180 सफाई कर्मचारी ही तैनात है। जबकि जो बड़े वार्ड है उनमें अधिक संख्या में सफाई कर्मचारी तैनात होने चाहिए। प्रस्ताव में यह बात भी कही गई कि वार्डों में सफाई कर्मचारी तैनात करने का जो सिस्टम है वह 36 साल पहले बना था। उस समय पूरी दिल्ली में वार्डों की संख्या मात्र 100 थी। इसके बाद साल 1997 में 136 वार्ड बनाए गए। इसके बाद साल 2007 में दिल्ली में 272 वार्ड बनाए गए। इस समय ईस्ट एमसीडी के पास 64 वार्ड है। उन्होंने कहा कि वार्डों का परिसीमन तीन बार हो चुका है, लेकिन कर्मचारियों को तैनात करने वाले सिस्टम में कोई बदलाव नहीं हुआ। बैठक के दौरान नेता सदन प्रवेश शर्मा ने विपक्ष के नेता मनोज त्यागी के साथ एक कर्मचारी द्वारा किए गए दुर्व्यवहार को लेकर मामला उठाया इस दौरान महापौर निर्मल जैन ने बताया कि उस कर्मचारी को निगमायुक्त ने निलंबित कर दिया है