AAP पूर्व नेता आशुतोष ने आम आदमी पार्टी पर फिर सवाल उठाया

आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे आम आदमी पार्टी(AAP) के चुनावी कैंपेन पर पूर्व आप नेता आशुतोष (Ashutosh)ने सवाल उठाए हैं। आशुतोष ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि एक समय में जनता से पैसे मांगने वाली आम आदमी पार्टी जिस कदर गोवा और पंजाब चुनावों में पैसे फेंक रही है वो हैरतअंगेज है।

हालांकि यह पहली बार नहीं है जब आप नेता आशुतोष ने आम आदमी पार्टी पर सवाल उठाया हो। इससे पहले अरविंद केजरीवाल को तीसरी बार पार्टी का राष्ट्रीय संयोजक बनाए जाने को लेकर भी आशुतोष ने सवाल उठाया था। आशुतोष ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि इस देश में लोकतंत्र होगा कैसे जब सारे दल एक नेता का जेबी संगठन बन जाते हैं। आम आदमी पार्टी को देश को दिशा दिखानी थी। लेकिन परंपरागत दलों जैसी ही निकली। क्या अरविंद केजरीवाल की जगह नया नेशनल कन्वीनर बनता तो उनकी ताक़त कम हो जायेगी या डर है कि दूसरा पार्टी पर कब्जा कर लेगा?
आशुतोष पत्रकारिता छोड़ कर राजनीति में आए थे और वे 2014 में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। उसी साल उन्हें लोकसभा चुनाव में दिल्ली की चांदनी चौक से पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया था लेकिन वे भाजपा उम्मीदवार डॉ हर्षवर्धन से चुनाव हार गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्हें बाद में राज्यसभा भेजे जाने की उम्मीद थी लेकिन 2018 में राज्यसभा की खाली हुई तीन सीटों पर जब उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया गया तो वे पार्टी से नाराज हो गए।

जिसके बाद 2018 के अगस्त महीने में उन्होंने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। हालांकि आशुतोष से पहले प्रशांत भूषण, शाज़िया इल्मी और योगेंद्र यादव जैसे कई संस्थापक सदस्य भी आम आदमी पार्टी छोड़ कर चले गए।

बता दें कि आप के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आगामी गोवा विधानसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है। हालांकि अभी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है। ज्ञात हो कि ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस भी इस बार गोवा विधानसभा चुनाव में अपना दमखम दिखाने की कोशिश में जुटी हुई है। आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने चुनाव पूर्व किसी भी दल के साथ गठबंधन करने की संभावना से इनकार किया है।

आम आदमी पार्टी अगले साल की शुरुआत में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर भी जमकर तैयारी कर रही है। आम आदमी पार्टी ने पंजाब में एक मौका केजरीवाल नू नाम से एक कैम्पेन भी लांच किया है। आप पिछले बार की तुलना में इस बार अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश में जुटी हुई है। पिछले पंजाब विधानसभा चुनाव में आप को 20 सीटें मिली थी और मुख्य विपक्षी पार्टी बनकर उभरी थी। हालांकि अबतक नौ विधायक आप का पाला छोड़ चुके हैं।